
माँ के प्रेमी को उतारा मौत के घाट
खंडवा जिले में हुए ब्लाइंड मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही आरोपी ने अपनी मां के प्रेमी की बेरहमी से हत्या कर दी। छैगांवमाखन थाना क्षेत्र में इस आरोप की पुष्टि तब हुई जब मृतक के शरीर पर 19 चाकू के निशान पाए गए। डॉग स्क्वायड की मदद से आरोपी सुधीर वानखेड़े को पकड़ लिया गया, जिसने जुर्म स्वीकार कर लिया।
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के छैगांवमाखन थाना क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझ गई है। आरोपी ने अपने पड़ोसी की हत्या बेरहमी से सिर्फ इसलिए की क्योंकि मृतक आरोपी युवक की मां से प्रेम करता था। प्रेम करने की इस अद्भुत कहानी में मृतक को जो सजा मिली उसने पूरे ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है।
दरअसल, छैगांवमाखन थाना क्षेत्र में दोपहर मे जो लाश मिली थी। वही उस शव की हालत ऐसी थी कि उसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। लाश देखकर अनुमान लगाया जा सकता था कि कितनी बेरहमी से हत्या की गई थी। घटना के बाद आरोपी को पकड़ना पुलिस के लिए एक चुनौती बनकर सामने आई। लेकिन खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने इस मामले में जांच दल गठित कर तत्काल मामले के निराकरण के निर्देश दिए। काफी पूछताछ और जांच के बाद जो तथ्य सामने आया उसने सबको चौंका कर रख दिया।
सूर्य खेड़ी गांव के रहने वाले व्यक्ति सुधीर वानखेड़े ने अपनी मां के प्रेमी जयपाल सिंह तंवर को कई बार इस मामले में समझाया था लेकिन जयपाल द्वारा जब लगातार उसकी धमकी को अनदेखा किया गया। तब आखिरकार सुधीर ने जयपाल को रास्ते से हटाने का फैसला लिया। सुधीर की नफरत इससे समझी जा सकती है कि उसने हत्या के दौरान मृतक को तब तक चाकू मारता रहा जबतक मौके पर ही उसकी मौत नहीं हो गई।
मृतक जयपाल के पूरे शरीर में 19 चाकू के निशान पाए गए। जिस जगह पर लाश पड़ी हुई थी उस जगह से 300 मीटर की दूरी तक शर्ट के बटन से लेकर मोबाइल चप्पल और अन्य चीजे पड़ी हुई थी। जिससे पुलिस को समझने में यह देर नहीं लगी की काफी बेरहमी से उसकी हत्या की गई है।
जिस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस उलझी रही। उसे डॉग स्क्वायड की डॉग मिस्टी ने चंद घंटे में ही सुलझा दिया। घटनास्थल से लेकर आरोपी सुधीर के घर तक मिस्टी सूंघते सूंघते पहुंच गई। इतना ही नहीं काफी देर तक वह सुधीर के घर के आसपास घूमती रही। सुधीर के माता-पिता से पुलिस ने चर्चा की तब उन्होंने घटनाक्रम को छुपाने का प्रयास किया। लेकिन मिस्टी ने सारे पैतरे फैल कर दिए।
डॉग मिस्टी ने उस स्कूटी को भी ढूंढ निकाला जो खून से सना हुआ था। छैगांवमाखन पुलिस ने स्कूटी चलाने वाले के बारे में जब पूछताछ की तो पता चला कि वह सुधीर चलाता है। जो घटनाक्रम के दिन ही इंदौर गया है। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर सुधीर को इंदौर से पकड़कर खंडवा लाए। जब उससे इस मामले में पूछताछ की तब उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
घटना को लेकर छैगांवमाखन थाना प्रभारी विक्रम धार्वे ने बताया की आरोपी व्यक्ति सुधीर सप्ताह पर पहले ही नोएडा से लौटा था। उसे पड़ोसी युवक जयपाल और उसकी मां के बारे में गांव में कुछ सुनने को मिला जिससे वह काफी नाराज हो गया। उसने जयपाल को कई बार समझाया भी था लेकिन जयपाल नहीं माना। तब उसने जयपाल को रास्ते से हटाने की कसम खा ली थी और उसे चैलेंज दिया था कि वह इस बार की रंग पंचमी नहीं माना पाएगा।