
हिंदू-मुस्लिम एकता की पेश करता है मिसाल
महू के सोनवाये गांव में हिंदू और मुस्लिम समुदाय ने मिलकर होली मनाई, जो आपसी सौहार्द का उदाहरण पेश करता है। दोनों समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे को रंग लगाकर भाईचारे का संदेश दिया। वहीं, 9 मार्च को महू के हिंसा के बावजूद गांव ने एकता की मिसाल दिखाई।
इंदौर के महू में हाल ही में हुई झड़प के बाद एक नई तस्वीर सामने आई है, जिसने आपसी सौहार्द की मिसाल पेश की है। यहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक साथ मिलकर होली का त्योहार मनाया और भाईचारे का संदेश दिया।
महू तहसील के सोनवाये गांव में हिंदू-मुस्लिम एकता की झलक देखने को मिली। यहां दोनों समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली की बधाईया दी। गांव में हिंदू भाइयों ने होली के अवसर पर पारंपरिक रैली निकाली, जिसमें रंग-गुलाल उड़ाए गए। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने न सिर्फ हिंदू भाइयों से गले मिलकर रंग लगाया, बल्कि रैली का स्वागत कर एकता की मिसाल पेश की। यहां अनेकता में एकता के साथ गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली।
महू शहर से बीते दिनों हिंदू मुस्लिम पक्ष में झड़प की घटनाएं सामने आई थीं, वहीं सोनवाये गांव में पूरी तरह अलग द्रश्य देखने को मिला। इसके साथ ही गांव के मुस्लिम भाइयों ने जुम्मे के दिन हिंदू भाइयों संग रंग खेलकर प्रेम और एकता का संदेश दिया।
9 मार्च को भारत-न्यूजीलैंड क्रिकेट मैच के बाद महू में दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरान गाड़ियों में तोड़फोड़, आगजनी और पथराव जैसी घटनाएं हुईं। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े थे। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सेना को भी तैनात किया गया था।