
भारत के साथ धोखा !
चीन के बाद तुर्की ने पाकिस्तान को दिया हथियारों का जखीरा:: तुर्की और पाकिस्तान ने अपनी दोस्ती को रणनीतिक भागीदारी में बदलने का निर्णय लिया है, खासकर भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद के लिए तुर्की आगे आया है. उसके एयरक्राफ्ट कराची और इस्लामाबाद में उतरे हैं, जबकि चीन ने पाकिस्तान को पीएल-15 मिसाइलें भेजी हैं. पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि तुर्की ने पाकिस्तान को हथियारों का जखीरा भेजा है ।बताया जा रहा है कि तुर्की से कार्गो फ्लाइट्स के जरिए हथियार इस्लामाबाद पहुंचाया गया है ।यह वही तुर्की है, जिसने हाल ही में भूकंप के बाद भारत से मदद ली थी । लेकिन अब वही तुर्की पाकिस्तान को हथियार से मदद कर रहा है। तुर्की एयर फोर्स का सी-130 हरक्यूलिस सैन्य विमान रविवार को कराची पहुंचा ।इसमें हथियार थे । सूत्रों के हवाले से मीडिया में खबर है कि कम से कम 6 सी-130 कार्गो विमान पाकिस्तान पहुंचे हैं ।इस स्थिति ने दोनों देशों के बीच और अधिक तनाव बढ़ा दिया है ।इस खबर के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी चिंता जताई जा रही है ।तुर्की के अलावा चीन ने भी पाकिस्तान को भेजे हथियार!इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान को चीन ने पीएल-15 मिसाइलें भेजी हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने अपने JF-17 लड़ाकू विमानों में लगाया है ।इसके अलावा, माना जा रहा है कि तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन भेजे हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है ।पाकिस्तान के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि तुर्की ने पाकिस्तान को Bayraktar TB2 ड्रोन, छोटे हथियार, स्मार्ट बम और गाइडेड मिसाइल सिस्टम भेजे हैं। पाकिस्तान और तुर्की के बीच पहले भी हथियारों को लेकर समझौते हो चुके हैं ।पाकिस्तान और तुर्की के बीच सैन्य सहयोग हो रहा है मजबूततुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यर एर्दोगन के पाकिस्तान दौरे के दौरान भी दोनों देशों के बीच हथियारों की आपूर्ति को लेकर समझौते हुए थे । इन घटनाओं से यह साफ होता है कि पाकिस्तान और तुर्की के बीच सैन्य सहयोग मजबूत हो रहा है, जो भारत के लिए चिंता का विषय बन सकता है ।कराची के अलावा, 6 सी-130 विमान कथित तौर पर इस्लामाबाद में एक सैन्य अड्डे पर उतरे हैं ।पाकिस्तान, जो अकेले भारत से मुकाबला नहीं कर सकता, उसका साथ तुर्की दे रहा है ।तुर्की भारत को अस्थिर देखना चाहता है. तुर्की और पाकिस्तान ने हथियारों के ट्रांसफर की पुष्टि की है, लेकिन शिपमेंट में भेजे गए हथियारों की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है ।