
गेट नहीं खोले, फंसे पड़ोसी देश के नागरिक
भारत-पाकिस्तान के बीच अटारी-वाघा बॉर्डर पर तनाव का नया दौर शुरू हो गया है। 1 मई 2025 की सुबह से पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर के गेट खोलने से इनकार कर दिया, जिसके चलते सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। इस फैसले से दोनों देशों के बीच होने वाली रिट्रीट सेरेमनी भी प्रभावित हुई, और कई पाकिस्तानी नागरिक सीमा पर फंस गए। सूत्रों के अनुसार, अटारी-वाघा चेकपोस्ट को पूरी तरह बंद कर दिया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच आवागमन ठप हो गया है।पाकिस्तान ने भारत द्वारा निर्वासित किए गए अपने नागरिकों को वापस लेने से भी मना कर दिया। कुछ X पोस्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान का मानना है कि ये नागरिक “स्लीपर सेल” हो सकते हैं, जो सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। यह कदम हाल के तनावों, विशेष रूप से पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए सख्त कदमों का जवाब हो सकता है। भारत ने पहले ही सिंधु जल समझौता रद्द करने, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और अटारी-वाघा चेकपोस्ट बंद करने जैसे कदमों की घोषणा की थी।इस बीच, पंजाब पुलिस के प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण महाल ने बताया कि भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए गेट नहीं खोले और परेड को दोनों देशों ने अपनी-अपनी सीमा में सीमित रखा। इससे पहले, 24 अप्रैल को रिट्रीट सेरेमनी में बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच पारंपरिक हैंडशेक भी नहीं हुआ था।यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच पहले से तनावपूर्ण रिश्तों को और जटिल कर सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति का असर न केवल द्विपक्षीय संबंधों पर, बल्कि सीमा पार व्यापार और लोगों की आवाजाही पर भी पड़ेगा। फिलहाल, सीमा पर फंसे लोगों की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है, और इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच बातचीत की कोई तत्काल संभावना नजर नहीं आ रही है।