
भोपाल/Ratlam। अजब गजब मप्र में अब एक ऐसा कांड हो गया है जिसमें खुद सीएम मोहन यादव अपने काफिले के साथ बुरी तरह फंस गए। मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने दल बल के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे।
उनके काफिले की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां अचानक रास्ते में बंद हो गईं। पहले तो मामला तकनीकी खराबी का लगा, जांच पड़ताल की गई, लेकिन जब एक साथ कई गाड़ियां बंद हो गईं तो लगा मामला कुछ गड़बड़ है। जांच हुई तो सामने आया कि इन गाड़ियों में पानी मिलाकर डीजल भरा गया था।
मध्य प्रदेश के रतलाम में इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जो जानकारी मिली है, इन सभी वाहनों में डोसी गांव स्थित एक पेट्रोल पंप से डीजल भरवाया गया था।
घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया है और ईंधन के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
शुरुआती जांच में आशंका ये भी जताई गई कि कल रात भारी बारिश इसकी वजह हो सकती है। बारिश के चलते डीजल टैंक में पानी का कहीं रिसाव हो सकता है,लेकिन मामला तो काफी संदिग्ध लगा।
हालांकि, सवाल यह भी उठ रहे हैं कि पेट्रोल पंप पर ईंधन की गुणवत्ता जांचने के क्या इंतजाम हैं और क्या आम लोगों को भी ऐसा ही मिलावटी ईंधन दिया जा रहा है? फिलहाल, जिला कलेक्टर और जिला प्रशासन की टीम पूरे मामले की जांच में जुट गई है। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गई है। देर रात सीएम के काफिले की 19 गाड़ियों के अचानक बंद होने की सूचना मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने आनन-फानन में उस पेट्रोल पंप को सील कर दिया, जहां से काफिले की गाड़ियों में तेल भऱवाया गया था। खाद्य विभाग के अधिकारी ने डीजल में मिलावट की पुष्टि की है, जिसके बाद प्रशासन ने पेट्रोल पंप के खिलाफ एक्शन लिया। इसके बाद रतलाम में सीएम के दौरे को देखते हुए प्रशासन को सीएम काफिले के लिए फौरी इंतजाम करना पड़ा।
सीएम काफिले के लिए इंदौर से गाड़ियों का दूसरा रैक भेजा गया। मुख्यमंत्री मोहन आज रतलाम के पोलो ग्राउंड में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री स्किल एंड इम्पलॉयमेंट कॉन्क्लेव 2025 में शामिल होना था। खाद्य अधिकारी ने कहा, पेट्रोल पंप के डीजल में पानी की मिलावट की मात्रा कितनी है, यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा, स्टॉक चेक कराया जा रहा है और रिपोर्ट बनाकर रतलाम कलेक्टर को सौंपी जायेगी।
काफिले की गाड़ियों में डीजल डालने के दौरान पानी आया है, जिसकी जांच की जा रही है। गौर करने वाली बात ये है कि ये तो सीएम का काफिला था, एक नहीं कई गाड़ियां खराब हुई, अगर किसी सामान्य व्यक्ति के साथ ऐसा होता तो क्या इतनी तेजी से जांच कराई जाती। इसके पहले भी कई गाड़ियों में पानी मिला डीजल डाला गया होगा। आखिर कितने लोगों की सुनवाई हुई होगी।ऐसे कितने पेट्रोल पंप हैं, जहां इस तरह का घपला घोटाला चल रहा है। ये बड़ा सवाल है और जांच का विषय है।
फिलहाल, पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया है,और रिपोर्ट का इंतजार है,अब कांग्रेस लगातार हो रही गलतियों को लेकर तंज कस रही है। जैसे सीएम मोहन यादव कमलनाथ सरकार की अन्य योजनाओं को भुना रहे है जनता का भला नहीं होगा तो पानी मिला डीज़ल गाड़ियों में मिलेगा।