
30 जुलाई 2025: रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास आज सुबह भयंकर भूकंप के झटके महसूस किए गए ।रेक्टल स्केल पर भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई। यह भूकंप आज सुबह 8:25 पर आया । शुरुआती समय में इसकी तीव्रता 8.0 दर्ज की गई किंतु इसके बाद इसकी तीव्रता 8.8 बताई गई।
सर्वे के मुताबिक भूकंप समुद्र के नीचे आया है। जिसके कारण अब सुनामी का खतरा बढ़ गया है ।भूकंप की वजह से किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है ।किंतु जापान के तटीय इलाके में करीब 1 मीटर ऊंची लहरें उठ रही है। जिससे सुनामी का खतरा बढ़ गया है।
भूकंप की वजह से समुद्र का जलस्तर काफी बढ़ गया है और तटीय शहरों की इमारत में जल स्तर में वृद्धि देखी गई है।
अब तक के सबसे बड़े छह भूकंपों में से एक:
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार यह भूकंप अब तक के सबसे बड़े 6 भूकंपों में से एक है । यह समुद्र तल से करीब 19 किलोमीटर की गहराई में था। जिससे तीन से चार मीटर की ऊंची सुनामी की लहरें दर्ज की गई है ।भूकंप के बाद जापान और रूस के कई हिस्सों में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है । और चेतावनी दी गई है कि इससे बड़ी लहरें अभी और भी आ सकती हैं।
कई इलाके खाली कराए गए:
सुनामी आने के कई खतरे के बाद चार कम से कम बड़ी व्हेल मछलियां बहकर जापान के तट पर आ गई। लोग घरों की छत पर चढ़ गए। भूकंप के दौरान लोग बाहर भागने लगे।अन्य छोटी घटनाओं में घायल भी हुए लेकिन कोई गंभीर चोट दर्ज नहीं की गई है।
रूस में भयंकर भूकंप के बाद जापान और अमेरिका में सुनामी का खतरा बढ़ गया है। इसको लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
कैलिफोर्निया में अमेरिकी सरकार ने चेतावनी जारी की है। और लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचने की हिदायत दी गई है ।सीएनएन के अनुसार कैलिफोर्निया में जल्द से जल्द स्थानीय जगह को खाली करने का आदेश दिया गया है ।
इसके अलावा अमेरिकी तट रक्षक बल ने सभी कमर्शियल जहाज को ,हवाई के बंदरगाहों को ,खाली करने का निर्देश दिया है और जहाज के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है ।
इसके पहले 20 जुलाई को रूस में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया गया था ।इसे एक बड़े भूकंप का पूर्वाभास माना जा रहा था।
चीन पर भी मंडराया खतरा:
रूस के कामचटका में 8.8 तीव्रता के भूकंप आने के बाद जापान में सुनामी के बाद चीन हवाई पेरू इक्वाडोर में भी सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है ।इसके अलावा जापान के 19 लाख लोगों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। समुद्र में चार मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही हैं।
इस भूकंप के बाद रूस ,जापान, अमेरिका, पेरू, इक्वाडोर ,चीन और न्यूजीलैंड सहित कई देशों में खतरा बढ़ गया है।
इस भूकंप के बाद स्थानीय स्तर पर कई इमारतें को नुकसान हुआ है ।3 से 4 मीटर ऊंची लहरों ने बंदरगाह के क्षेत्र में बोट्स को नष्ट कर दिया है और कई कंटेनर बहा ले गई है।
इस भूकंप के कारण किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है ।रूस के आपातकालीन मंत्रालय ने बताया इस भूकंप के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिसके कारण 2000 लोग ऊंचे जगह पर शरण लेने के लिए मजबूर हैं।
जापान में बढ़ा सुनाली का खतरा :
जापान में 19 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह में जाने की सलाह दी गई है। क्योंकि सुनामी की लहरें समुद्र के तटीय स्थिति तक पहुंच चुकी हैं। भूकंप और सुनामी की प्रतिक्रिया के अधिकारी शिजी कियोमोटो का कहना है कि अभी और ऊंची लहरें आने की आशंका है ।सुनामी का यह खतरा कम से कम एक दिन तक और बना रह सकता है। जापान के पूर्वी तट पर कई ट्रेन की सेवाएं और संचालन को निलंबित कर दिया गया है।
इसके अलावा हवाई में गवर्नर जोश ग्रीन ने चेतावनी जारी की है कि लोग समुद्र तटों पर ना रहे। होनोलूलू में सायरन बजाए गए हैं ।भारी ट्रैफिक जाम की स्थितियां हैं और लोग ऊंचे स्थान पर जा रहे हैं। हिलो हवाई अड्डे के संचालन को निलंबित कर दिया गया है।
चीन पर चक्रवात और सुनामी का दोहरा खतरा :
चीन के शंघाई शहर में 2लाख 80 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। जिससे कई उड़ाने और नौका सेवाएं रद्द कर दी गई हैं ।पूर्वी चीन में तेज हवाएं और भारी बारिश का एक तूफान आया है।
अन्य देशों में क्या है सुनामी का प्रभाव:
भूकंप की गहराई 19 किलोमीटर नीचे होने से इसे सुनामी के लिए अधिक खतरनाक बना दिया है। सुनामी की लहरें उस दिशा में अधिक तीव्र होती हैं, जहां समुद्र का पानी भूकंप के कारण विस्थापित होता है। इस स्थिति में लहरें रूस और इक्वाडोर की ओर अधिक तेजी के साथ बढ़ रही हैं ।जबकि जापान में कम ऊंची लहरें देखी जा रही है।
इस भूकंप का असर फिलिपींस, इंडोनेशिया, ताइवान चिल्ली सोलोमन द्वीप और न्यूजीलैंड में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है ।इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग ने भी पुष्टि की है ,कि ऑस्ट्रेलिया का जमीनी एरिया या ऑस्ट्रेलिया के द्वीपों के लिए सुनामी का खतरा नहीं है।