
शंघाई। चीन के किंगदाओं में शंघाई सहयोग संगठन (SCO)के रक्षमंत्रियों की बैठक चल रही है। इस बैठक में भारत ने जॉइंट स्टेट पर साइन करने से साफ मना कर दिया है। बैठक गुरुवार को आयोजित हुई। भारत की तरफ से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हिस्सा लेने पहुंचे है।
भारत ने साइन करने से इसलिए इंकार किया, क्योंकि स्टेटमेंट में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र नहीं किया गया। इसके अलावा इस ज्वाइंट स्टेटमेंट में बलूचिस्तान की घटना जरुर शामिल थी। इस बैठक में मौजूद पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ से राजनाथ सिंह ने मुलाकात नहीं की।
बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- ‘पहलगाम आतंकी हमले का पैटर्न भारत में लश्कर ए तैयबा के पिछले आतंकी हमलों जैसा था। बॉर्डर पार से होने वाले आतंकी हमलों को रोकने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हु,ए भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीति मानते हैं और आतंकवादियों को पनाह देते हैं। फिर इसे इनकार करते हैं। ऐसे डबल स्टैंडर्ड के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्हें समझना होगा कि अब आतंकवाद के एपिसेंटर सेफ नहीं हैं।SCO को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए।’
जानें SCO क्या है?: शंघाई सहयोग संगठन एक रिजनल स्तर का इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन है। इसकी स्थापना 2001 में चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने की थी। साल 2017 में भारत और पाकिस्तान इस संगठन का हिस्सा बने। 2023 में ईरान भी इसका संगठन का सदस्य बन गया। इसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच सुरक्षा, आर्थिक और राजनीतिक सहयोग को बढ़ाना है।