आधार और पैन कार्ड अब नहीं चलेगा! सिर्फ ये 2 प्रमाण पत्र साबित करेंगे भारतीय नागरिकता – जानिए कौन से हैं ये…

भारतीय नागरिकता प्रमाण (भारतीय नागरिकता प्रमाण) -वर्तमान समय में जब भी हम कहीं भी अपनी पहचान या नागरिकता साबित करने की बात करते हैं, तो हम सबसे पहले आधार कार्ड और पैन कार्ड दिखाते है। लेकिन अब एक नई सरकारी कंपनी के अनुसार, ये दोनों दस्तावेज़ भारतीय नागरिकता दस्तावेज़ बनाने के लिए मान्य नहीं रहे हैं। कई सरकारी ब्लॉगों में अब सिर्फ दो विशेष दस्तावेजों को ही नागरिकता दस्तावेज़ीकरण के लिए स्वीकार किया जाएगा। यह बदलाव क्यों लाया गया है और आम लोगों की जिंदगी पर क्या असर पड़ता है – आइए विस्तार से बताते हैं।

हाल ही में भारत सरकार द्वारा स्पष्ट किया गया है कि आधार कार्ड और पैन कार्ड भारतीय नागरिकता का प्रमाण नहीं हैं। ये अध्ययन पहचान और टैक्स या कर से संबंधित मामलों में उपयोगी हैं, लेकिन नागरिकता को साबित करने के लिए अब ये मान्य नहीं माने जाएंगे।

आधार और पैन कार्ड क्यों नहीं माने जा रहे?
आधार और पैन कार्ड को अक्सर पहचान के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ये नागरिकता साबित करने के लिये स्पष्ट प्रमाण नहीं है। आधार कार्ड भारत में रह रहे किसी भी निवासी के लिए जारी किया जा सकता है, चाहे वह नागरिक हो या नहीं। वहीं पैन कार्ड केवल टैक्स से लेकर पोर्टफोलियो तक एक सूची है, जो किसी भी व्यक्ति की आय और वित्तीय देनदारी के लिए होती है। दोनों में से किसी के भी अवलोकन से यह सिद्ध नहीं होता कि कोई व्यक्ति भारत का वैध नागरिक है। इसलिए सरकार ने नागरिकता प्रमाण पत्र और भारतीय पासपोर्ट जैसे अधिक ठोस दस्तावेज़ों के लिए सहमति दी है।

  • आधार केवल पहचान और निवास स्थान का प्रमाण है, नागरिकता का नहीं।
  • पैन कार्ड केवल वैधानिक पहचान देता है, यह साबित नहीं करता कि कोई भी व्यक्ति भारतीय नागरिक है।
  • सर्वोच्च न्यायालय केंद्र और सरकार दोनों ने समय-समय पर यह स्पष्ट किया है कि आधार का मतलब भारतीय नागरिकता नहीं है।

इन बदलावों का आम लोगों पर प्रभाव

  • सरकारी आवेदन में आवेदन – अब आवेदन के साथ नागरिकता प्रमाण पत्र के लिए आधिकारिक तौर पर जन्म प्रमाण पत्र या पासपोर्ट होना अनिवार्य होगा।
  • वोटर आईडी में – नागरिकता साबित करने के लिए केवल इन दो दस्तावेजों पर ही भरोसा किया जाना चाहिए।
  • पासपोर्ट नवीनीकरण या वीज़ा के मामलों में – पहले आधार से काम चल जाता था, अब जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा।
  • सरकारी लाभ जैसे कि छात्रवृत्ति, आवास योजना, या किसी अन्य योजना में – पात्रता प्रमाणन के लिए नागरिकता प्रमाण पत्र निर्धारित किया गया है।
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