
कानपुर। रीना ने बताया है कि 17 मई 2024 का विकास परिवार के साथ आधिकारिक टूर पर पुणे गए थे। वहां उनका मोबाइल भी खो गया था। मोबाइल में दो सिमकार्ड लगे हुए थे, जिसमें एक विकास के नाम से तो दूसरा उनके नाम पर भी था।
मेरे पति निर्दोष हैं। उन्हें किसी साजिश के तहत फंसाया भी जा रहा है। मेरे पति का फोन लगातार हैक हो रहा था। कभी गैलरी से फोटो गायब हो जा रही थी तो कभी ईमेल हैक हो रहा था। आशंका है कि पाकिस्तानी एजेंटों ने उनका मोबाइल व ईमेल हैक कर फैक्टरी की गोपनीय सूचनाएं हासिल कर ली हों। एटीएस को इसकी जांच करनी चाहिए। ये बात एटीएस के गिरफ्त में आए कुमार विकास की पत्नी रीना ने कही।
रीना ने बताया है कि 17 मई 2024 का विकास परिवार के साथ आधिकारिक टूर पर पुणे गए हुए थे। वहां उनका मोबाइल भी खो गया था। मोबाइल में दो सिमकार्ड भी लगे हुए थे, जिसमें एक विकास के नाम से तो दूसरा उनके नाम पर था। खोजबीन के बाद वह इसकी शिकायत लेकर पुणे के लोनावला थाने पहुंचे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। चार दिन तक मोबाइल ऑन रहा।
करीब 500 वीडियो व फुटेज भी गायब थे
इसके बाद बंद हो गया। करीब 10 दिन बाद शहर पहुंचने पर विकास ने ऑनलाइन एफआईआर कराई। दूसरा सिमकार्ड व मोबाइल लेने के बाद जब विकास ने पर्सनल मेल के जरिए डाटा रिकवर करना चाहा तो नहीं हुआ। उनका मोबाइल व ईमेल दो बार हैक हुआ था। एक माह बाद डाटा रिकवर किया, तो करीब 500 वीडियो व फुटेज गायब थे। रीना ने एटीएस से इन बिंदुओं पर भी जांच करने की मांग की है।
दो साल पहले ही बनाया दो मंजिला मकान
रविंद्र के पिता अशोक कुमार किसान हैं। अशोक ने बताया कि विकास ने हाईस्कूल व इंटर गांव से ही किया। फिर बांदा के कालीचरण इंस्टीट्यूट से बीटेक करने के बाद 9 फरवरी 2011 में आयुध फैक्टरी में नौकरी हासिल की। इस दौरान वह 11 साल तक एफटी 91 आयुध अस्पताल स्थित सरकारी आवास में रहा।
2020 में खरीदा था 100 वर्गगज का प्लॉट
वर्ष 2020 में बिठूर के नारामऊ स्थित न्यू हाईवे सिटी में 100 वर्गगज प्लॉट खरीदा। फिर लोन लेकर दो मंजिला मकान बनवाने के बाद वर्ष 2023 में पत्नी व बच्चों के साथ वहां शिफ्ट हो गया। उसका छोटा भाई विवेक पीलीभीत में केनरा बैंक में मैनेजर है। मां मंजू देवी भी उसी के साथ रहती हैं।