
मोनिका जाट झुंझुनूं पुलिस लाइन से अरेस्ट
जयपुर में एसआई भर्ती 2021 में नकल और पेपर लीक के मामले की जांच कर रही एसओजी ने झुंझुनूं पुलिस लाइन में तैनात सब इंस्पेक्टर मोनिका जाट को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने अब तक 86 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 52 चयनित थानेदार शामिल हैं।
सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 की लिखित परीक्षा में नकल और पेपर लीक के मामले में एक के बाद एक थानेदारों की गिरफ्तारियां हो रही है। पेपर लीक और नकल प्रकरण की जांच एसओजी के पास है। एसओजी ने अब 52वीं गिरफ्तारी की है। झुंझुनूं पुलिस लाइन में तैनात सब इंस्पेक्टर मोनिका जाट को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। मोनिका का नाम कई महीनों पहले ही सामने आ गया था लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि एसओजी उसे गिरफ्तार करने वाली है। तभी मोनिका फरार हो गई थी। पहले उसने मेडिकल लीव लिया और फिर बिना कारण बताए गैरहाजिर रहने लगी। अब एसओजी ने उसे दबोच किया है।
एसआई भर्ती 2021 का पेपर लीक होने के साथ बड़े स्तर पर नकल भी कराई गई थी। नकल गैंग के मास्टरमाइंड पोरव कालेर की गिरफ्तारी के बाद नकल करके पास होने वाले कई चयनित थानेदारों के नाम सामने आए थे। इनमें मोनिका का नाम भी शामिल था। जब पोरव कालेर की गिरफ्तारी हुई तो मोनिका को पता चल गया था कि उसका भी नंबर आने वाला है। ऐसे में ट्रेनिंग के बीच में ही मेडिकल लीव के नाम पर गायब हो गई। एसओजी के एडीजी वीके सिंह का कहना है कि मोनिका जाट को पोरव कालेर गैंग ने ब्लूटूथ के जरिए नकल कराई थी।
जिस मोनिका जाट को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। उसे ठीक से लिखना तक नहीं आता। इसके बावजूद भी एसआई भर्ती 2021 की लिखित परीक्षा में उसे 92 प्रतिशत अंक मिले। हिंदी के पेपर में मोनिका को 200 में से 184 अंक प्राप्त हुए थे। सामान्य ज्ञान के पेपर में भी उसे 200 में से 161 नंबर मिले थे। इतने अच्छे नंबर आने के बावजूद भी मोनिका को ठीक से लिखना भी नहीं आता। नवंबर 2024 में मोनिका ने झुंझुनूं पुलिस लाइन में आमद के लिए एसपी को पत्र लिखा था। इस पत्र में करीब 20 लाइन थी जिनमें हिंदी के 13 शब्द अशुद्ध लिखे हुए थे। यानी हिंदी के शब्दों में इतनी अशुद्धियां कि पढने वाले हैरान रह जाए। यहां तक कि मोनिका को अपना पद नाम भी सही नहीं लिखा। उसने निरीक्षक को निरक्षक लिखा था। इंटरव्यू के दौरान मोनिका को 50 में से सिर्फ 13 नंबर मिले थे लेकिन लिखित परीक्षा में उच्च अंक होने के कारण उसका चयन एसआई के लिए हो गया था। मोनिका को ऑल राजस्थान 34 रैंक मिली थी।
हालांकि चोर कभी खुद को चोर नहीं मानता है। मोनिका और उसके परिवार वालों का यही कहना है कि मोनिका का चयन पूरी ईमानदारी के साथ हुआ था लेकिन नकल गैंग के मास्टरमाइंड पोरव कालेर ने एसओजी को बताया कि उसने मोनिका जाट को हिंदी और सामान्य ज्ञान दोनों पेपर में ब्लूटूथ के जरिए नकल कराई थी। इसके बदले मोनिका से 15 लाख रुपए लिए गए थे। एसओजी ने अब तक 86 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें 52 चयनित थानेदार शामिल हैं।
पेपर लीक और नकल प्रकरण में उलझी एसआई भर्ती परीक्षा पर रद्द होने की तलवार लटकी हुई है। एसओजी ने अपनी चार्जशीट में माना कि भर्ती प्रक्रिया में बड़े स्तर पर पेपर लीक हुआ और नकल भी कराई गई। सैकड़ों की संख्या में फर्जी और अयोग्य अभ्यर्थियों के चयन की बात भी मानी है। ऐसे में एसओजी ने इस परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश की थी। एसओजी की रिपोर्ट के बाद पुलिस मुख्यालय ने भी इस भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की। सरकार की ओर से गठित मंत्रिमंडलीय कमेटी और महाधिवक्ता भी इस भर्ती परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश कर चुके हैं लेकिन सरकार ने इस बारे में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। फिलहाल मामला राजस्थान हाईकोर्ट में लंबित है।