इंदौर में वकीलों की निकलेगी अकड़

150 से अधिक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज

इंदौर में प्रदर्शन करने वाले वकीलों पर दो अलग-अलग केस दर्ज हुए हैं। वही वकीलों ने तुकोगंज इलाके में चक्का जामकर पुलिस के साथ झूमाझटकी की थी। साथ ही टीआई पर शराब पीने का आरोप लगाया था। मेडिकल जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में अज्ञात वकीलों पर केस दर्जकर मामले की जांच शुरू हो गई है।

तुकोगंज थाना क्षेत्र में वकीलों के चक्काजाम और टीआई जितेंद्र यादव के साथ हुई झूमाझटकी के मामले में अज्ञात वकीलों पर केस दर्ज कर लिया गया है। यह एफआईआर स्वयं टीआई यादव ने अपने ही थाने में दर्ज करवाई है। वहीं, दूसरी एफआईआर राहगीर तेजराम पटेल ने दर्ज कराई है। पटेल की शिकायत पर 150-200 अज्ञात वकीलों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं,टीआई पर शराब के नशे के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई। मेडिकल जांच और ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट में वे पूरी तरह से क्लीन चिट पा गए।
टीआई जितेंद्र यादव ने अज्ञात वकीलों के खिलाफ बीएनएस की धारा 132, 191(2) और 3(5) के तहत मामला दर्ज कराया है। यह एफआईआर रात 8:30 बजे दर्ज हुई, जिसमें आरोपियों की पहचान अज्ञात के रूप में की गई है। शिकायत के अनुसार, 15 मार्च दोपहर तीन बजे हाईकोर्ट चौराहे पर वकीलों द्वारा चक्का जाम किया जा रहा था। जब टीआई यादव मौके पर पहुंचे और वकीलों से रास्ता खोलने की अपील की, तभी कुछ वकीलों ने उन्हें शासकीय कार्य करने से रोका और धक्का-मुक्की की।
मामला तब बढ़ा जब वकीलों ने आरोप लगाया कि टीआई शराब के नशे में थे और पुलिस वाहन में शराब की बोतल रखी थी।इसके साथ ही यह घटना तब हुई जब परदेशीपुरा में वकील अरविंद जैन और उनके बेटों अर्जुन जैन व अर्पित जैन के खिलाफ 14 मार्च को एक बुजुर्ग से मारपीट का मामला दर्ज किया गया था। इस कार्रवाई के विरोध में 15 मार्च को वकीलों ने हाईकोर्ट चौराहे पर हंगामा किया।

इस दौरान वकीलों ने राहगीरों से धक्कामुकी की और चौराहे को दो घंटे तक जाम रखा। इसके साथ ही पुलिस जब समझाइश देने पहुंची तो वकीलों ने टीआई यादव को घेर लिया, उनके साथ झुमाझटकी की गई, एसीपी विनोद दीक्षित की वर्दी भी क्षतिग्रस्त हो गई। बाद में टीआई यादव ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने शराब नहीं पी थी और मेडिकल जांच में भी यह साफ हो गया।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वकील अरविंद जैन और उनके पुत्रों पर पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। अरविंद जैन पर एमजी रोड और परदेशीपुरा थाने में मारपीट और धमकी से जुड़े मामले दर्ज हैं। उनके बेटों पर भी कई मामलों में केस दर्ज किए गए हैं।

दूसरी एफआईआर राहगीर तेजराम पटेल द्वारा दर्ज करवाई गई है, जिसमें लिखा है कि मैं 15 मार्च को दोपहर में अपनी बाइक से रीगल चौराहा जा रहा था, तभी हाईकोर्ट चौराहे पर पहुंचा तो वही वहां वकील 150-200 की संख्या में रोड पर बैठे थे और पूरा रोड जाम था। वकीलों ने चक्काजाम कर रखा था। मैंने निकलने का प्रयास किया तो मुझे वकीलों ने रोक दिया, जिससे में रीगल चौराहा की ओर नहीं जा सका। जबकि हाईकोर्ट या किसी भी आम रोड पर चक्काजाम करना मना है। फिर भी वकीलों ने शासकीय आदेश की अवहेलना की।

मैंने वहां पुलिस से भी पूछा कि क्या इन लोगों ने अनुमति ली है, तो वही उन्होंने भी बताया कि कोई अनुमति नहीं ली। बिना अनुमति वकीलों ने हाईकोर्ट के गेट नंबर दो, एमजी रोड पर चक्काजाम किया

Related Posts

ये होंगे भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष ! इस दिन लगेगी मुहर

10 राज्यों में भी बदला जाएगा भाजपा का संगठन, बदलाव की तैयारी तेज भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है. सूत्रों के…

चिराग पासवान की सियासी राह में चुनौतियां

जेडीयू के समर्थन पर टिका है एलजेपी का भविष्य लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता चिराग पासवान की सियासी महत्वाकांक्षाएं एक बार फिर चर्चा में हैं. बिहार की राजनीति में…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!