
मस्क का फिजूलखर्ची पर प्रहार
एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिकी सरकार के खर्चों को लेकर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने सरकारी बजट में कथित फिजूलखर्ची को निशाना बनाते हुए इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक बताया। मस्क का कहना है कि अनावश्यक खर्चों पर लगाम लगाना समय की मांग है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि सरकारी धन का दुरुपयोग रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है। मस्क ने विशेष रूप से कुछ सरकारी परियोजनाओं पर सवाल उठाए, जिन्हें वे बिना औचित्य के महंगी मानते हैं। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है, क्योंकि कई लोग इसे मौजूदा प्रशासन पर अप्रत्यक्ष हमला मान रहे हैं। मस्क के इस रुख को उनके समर्थकों ने सराहा, जबकि आलोचकों ने इसे महज सुर्खियां बटोरने की कोशिश करार दिया।
मस्क की टिप्पणी के साथ ही यह खबर भी सामने आई है कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तीन समर्थक सांसदों को अपने पक्ष में करने में सफलता हासिल की है। ये सांसद, जो पहले ट्रम्प की नीतियों के प्रबल समर्थक रहे हैं, अब मस्क के विचारों से प्रभावित दिख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मस्क ने इन सांसदों के साथ निजी मुलाकातें कीं, जिसमें उन्होंने आर्थिक सुधार और तकनीकी नवाचार जैसे मुद्दों पर चर्चा की। मस्क का मानना है कि उनकी कंपनियों जैसे टेस्ला और स्पेसएक्स की नीतियां और दृष्टिकोण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकते हैं। इन सांसदों का मस्क की ओर झुकाव ट्रम्प खेमे के लिए झटका माना जा रहा है, क्योंकि यह उनकी राजनीतिक रणनीति को कमजोर कर सकता है।
मस्क का यह कदम उनकी बढ़ती राजनीतिक सक्रियता को दर्शाता है। वे पहले भी कई बार नीतिगत मुद्दों पर अपनी राय रख चुके हैं, लेकिन अब उनका प्रभाव सीधे तौर पर राजनीतिक हस्तियों तक पहुंच रहा है। मस्क की यह रणनीति न केवल उनके कारोबारी हितों को मजबूत कर रही है, बल्कि अमेरिकी राजनीति में भी एक नया समीकरण बना रही है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि मस्क का यह कदम 2024 के चुनावों को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि उनकी लोकप्रियता और संसाधन उन्हें एक प्रभावशाली शख्सियत बनाते हैं। दूसरी ओर, ट्रम्प के समर्थकों का मानना है कि यह अस्थायी बदलाव है और उनके नेता जल्द ही स्थिति को संभाल लेंगे। मस्क के इस बयान और सांसदों को अपने पक्ष में करने की खबर ने अमेरिकी राजनीति में नई हलचल मचा दी है।