
साधु समाज में भारी आक्रोश
अमरपाटन के कांग्रेस विधायक राजेन्द्र सिंह का साधु-संतों और महामंडलेश्वरों की तुलना सांड से करने पर विरोध की स्थिति बनी हुई है। उज्जैन में साधु-संतों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। स्थानीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रामेश्वर दास ने कहा कि साधु समाज कमजोर नहीं है, वे शास्त्र और शस्त्र दोनों उठाना जानते हैं। विधायक के खिलाफ विरोध बढ़ रहा है।
उज्जैन में कांग्रेस विधायक राजेन्द्र सिंह के एक बयान पर बवाल खड़ा हो गया है। वही विधायक ने साधु-संतों की तुलना सांड से कर दी थी। इससे नाराज होकर उज्जैन के साधु-संतों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर विधायक उज्जैन आए तो वे उनकी दुर्गति कर देंगे। यह मामला मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक कार्यक्रम के दौरान हुआ था।
दरअसल, अमरपाटन के कांग्रेस विधायक डॉक्टर राजेंद्र कुमार सिंह ने एक विवादित बयान दिया है। सतना में एक प्रोग्राम में उन्होंने साधु, संन्यासी और महामंडलेश्वरों को सांड कह दिया है। इस बयान के बाद से ही विवाद शुरू हो गया है।
वही उज्जैन में इस बयान का जमकर विरोध हो रहा है। साधु-संत और महामंडलेश्वर सड़कों पर उतर आए हैं। मंगलनाथ मार्ग पर रामादल अखाड़े के बाहर साधु-संतों ने इकट्ठा होकर विधायक राजेंद्र सिंह के खिलाफ नारे भी लगाए थे।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रामेश्वर दास ने बोला कि साधु समाज कमजोर नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि साधु समाज इतना कमजोर नहीं है। दोनों प्रकार से वह सशक्त हैं। इसके साथ ही शास्त्र के अलावा वे शस्त्र भी उठाना जानते हैं। यदि राजेंद्र सिंह उज्जैन आ जाए तो वह उनकी दुर्गति कर देंगे। राजेंद्र सिंह डंडे की ही भाषा समझना जानते हैं। वही अब साधु संत चुप नहीं बैठेंगे। उनका बयान गलत है हम इसकी घोर निंदा करते हैं।
यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। अब देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी इस पर क्या कार्रवाई करती है। फिलहाल, साधु-संतों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। वे लगातार विधायक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।