
चेन्नई। तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी ने शुक्रवार को कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से सरकारी शराब खुदरा विक्रेता ‘टीएएसएमएसी’ में 1000 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा निराधार भी है। यह एक सामान्य आरोप भी है। सरकार कानूनी रूप से इस मामले का सामना करने के लिए भी तैयार है।
राज्य सरकार के स्वामित्व वाली शराब कंपनी तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (टीएएसएमएसी) में कथित घोटाले को सियासत भी जोरों पर है। भाजपा ने मामले में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन सरकार के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया है। इस बीच कथित TASMAC घोटाले को लेकर भाजपा से पहले पुलिस ने चेन्नई में भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन को हिरासत में भी लिया। इस दौरान बीजेपी नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा है, वे मुझे मेरे घर से गिरफ्तार कर रहे हैं। मैं अलग से नहीं जाऊंगी। मैं चाहती हूं कि हर कोई मेरे साथ भी आए।
सेंथिल बालाजी की सफाई
इससे पहले तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी ने शुक्रवार को भी कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से सरकारी शराब खुदरा भी विक्रेता ‘टीएएसएमएसी’ में 1000 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा भी निराधार है। यह एक सामान्य आरोप बताया जा रहा है। सरकार कानूनी रूप से इस मामले का सामना करने के लिए भी तैयार है। आबकारी मंत्री ने कहा है कि राज्य के स्वामित्व वाली शराब कंपनी तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (टीएएसएमएसी) पारदर्शिता के साथ काम भी करती है।
टीएएसएमएसी का तमिलनाडु में शराब व्यापार पर पूर्ण भी एकाधिकार
सरकार द्वारा संचालित टीएएसएमएसी का तमिलनाडु में शराब व्यापार पर पूर्ण एकाधिकार भी है और यह थोक विक्रेता भी है। यह राज्य भर में शराब की दुकानें संचालित भी करता है। ईडी ने टीएएसएमएसी से शराब की अधिक आपूर्ति का ऑर्डर हासिल करने के लिए रिश्वत दिए जाने का आरोप भी लगाया था। सेंथिल बालाजी ने कहा है कि यह आरोप अस्वीकार्य है।