
दर्दनाक हादसे का शिकार हुई 4 साल की बेटी
मुंबई l छत्रपति संभाजी नगर में पुलिस ने चार साल की गोद ली हुई बेटी के हत्यारोपी दंपती को भी पकड़ा। वहीं दूसरी ओर एनडीए के पहले महिला बैच की कैडेट कैप्टन रितुल ने युगांतर 2047 में 3,000 स्कूली छात्रों के साथ अपने अनुभव भी साझा किए।
छत्रपति संभाजीनगर में अपनी चार साल की गोद ली हुई बेटी की हत्या के आरोप में दंपती को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया है कि आरोपी फौजिया शेख और उसके पति फहीम शेख ने बच्चे का अंतिम संस्कार जल्दबाजी करने का प्रयास करके अपराध को दबाने की कोशिश भी की। पुलिस ने बताया है कि दंपती ने छह महीने पहले आयत नाम की बच्ची को भी गोद लिया था। बुधवार सुबह बच्ची को अस्पताल भी ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित भी कर दिया गया। पुलिस ने बताया है कि पोस्टमार्टम के बच्ची के शरीर पर चोट के निशान मिले। फौजिया ने पुलिस को बताया है कि वह बच्ची को पीटती थी। पुलिस ने हत्या का मामला भी दर्ज किया है।
सेना में कोई भी भेदभाव नहीं: रितुल
एनडीए के पहले महिला बैच की कैडेट कैप्टन रितुल ने कहा है कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी ने महिलाओं के लिए अपने दरवाजे भी खोले। रितुल ने युगांतर 2047 में 3,000 स्कूली छात्रों के साथ अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा है कि मैं हरियाणा से आती हूं। जहां सशस्त्र बलों में शामिल होना बहुत गर्व की भी बात है। जब मैंने एनडीए की विरासत और महिलाओं के लिए अवसर के बारे में पढ़ा तो मुझे लगा कि यही मेरा रास्ता भी है। कई लड़कियां सेना में शामिल होने से हिचकिचा सकती हैं, क्योंकि 75 साल तक यह केवल पुरुषों के लिए अकादमी थी। लेकिन हमारे बैच के साथ यह बदल गया और सेना ही एकमात्र ऐसी जगह है जहां कोई भेदभाव भी नहीं है। सभी को समान अवसर और सम्मान भी मिलता है।