
मनोज यादव की कड़ी मेहनत का परिणाम: मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में उत्कृष्टता प्राप्त की
बदायूं के रहने वाले मनोज यादव मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में करीब चार वर्ष से प्रतिभाग कर रहे हैं। दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में ओडिशा के फाइटर को हराकर पदक जीता।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (वर्ल्ड रेसलिंग फेडरेशन) की तरह खेले जाने वाले खेल एमएमए (मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स) में बरेली के मनोज यादव ने दिल्ली में पदक जीता है। इस खेल के वह यहां पर एकमात्र खिलाड़ी हैं। दिल्ली में 25 से 28 फरवरी तक हुई एमएमए प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन करते हुए ओडिशा के राजेश पुजारी को हराकर पदक जीता है।
अधिकतर विदेशों में खेले जाने वाले एमएमए में मुक्केबाजी, कुश्ती, जूडो, कराटे और बॉक्सिंग की तकनीक का प्रयोग होता है। इसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी को मात देकर जीतता है। इसके साथ ही इसकी प्रतियोगिता बॉलीवुड अभिनेता टाइगर श्रॉफ मैट्रिक्स फाइट नाइट (एमएफएन) के नाम से महाराष्ट्र में करवाते हैं। इस खेल में खिलाड़ी अक्सर चोटिल हो जाते हैं। इसलिए कम खिलाड़ी ही इसमें हाथ आजमाते हैं।
बदायूं के रहने वाले मनोज यादव इस खेल में करीब चार वर्ष से प्रतिभाग कर रहे हैं। वह वर्तमान में सुरेश शर्मा नगर में रहते हैं। मनोज ने बताया कि वह एथलेटिक्स के खिलाड़ी थे लेकिन कोरोना काल में खेलकूद बंद होने से परेशान हुए। उसी दौरान उन्हें अपने दोस्तों से एमएमए की जानकारी मिली। फिर वह इसकी पेशेवर ट्रेनिंग लेने के लिए बिना परिजनों को बताए देहरादून गए।
वहां पर सीखने के बाद उनकी मेहनत रंग लाई। फिर मुकाबलों में जीत हासिल किए तो उनके वीडियो सोशल मीडिया पर छा गए। उनके मुकाबलों के वीडियो वायरल हुए तो परिजनों को सच्चाई का पता चला। इसकी अधिकतर प्रतियोगिताएं दिल्ली और मुंबई में होती है। मनोज ने कहा कि वह एमएमए में नए मुकाम हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।