
आंकड़ा बहुत ही चिंताजनक
दिल्ली में 2024 में आगजनी की घटनाओं में मौत का आंकड़ा लगभग दोगुना बढ़ गया है। जहां 2023 में 59 मौतें हुईं, इसके साथ ही वहीं 2024 में यह संख्या 115 हो गई। दमकल विभाग ने 2023 में 15,220 कॉल का जवाब दिया, जबकि 2024 में 20,837 कॉल प्राप्त हुईं है।
राजधानी दिल्ली में 2023 के मुकाबले 2024 में आगजनी की घटनाओं में मौत का आंकड़ा लगभग दोगुना रहा। वर्ष 2023 एक जनवरी से 19 दिसंबर तक 15 हजार 220 कॉल दमकल विभाग को मिली। इसमें 59 लोगों ने जानें गंवाईं। जबकि 633 लोगों को दमकल विभाग ने बचाया। वहीं 2024 में एक जनवरी से 19 दिसंबर तक दमकल विभाग को 20 हजार 837 कॉल फायर की मिलीं। इसमें 115 की मौत हुई। वहीं 665 लोगों को बचाया। इसी क्रम में 2025 के तीन महीने में दमकल विभाग को 3,823 कॉल मिली। इसमें 19 की मौत हुई। जबकि 137 को दमकल ने बचाया। वहीं 2024 में जनवरी से मार्च तक 3,564 कॉल मिली। इसमें 44 लोगों की मौत हुई। जबकि 155 लोगों को दमकल ने बचाया।
दमकल विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2024 जनवरी में 1204 कॉल दमकल विभाग को मिली। जिसमें 16 की मौत हो गई और 51 को रेस्क्यू ऑपरेशन में बचाया। इसी तरह फरवरी में 1032 कॉल मिली। इस महीने भी 16 लोगों की आग में जान चली गई। जबकि 42 को दमकल ने बचाया। वहीं मार्च में 1328 कॉल मिली। इनमें 12 लोगों की मौत हो गई। इस बीच दमकलकर्मियों ने 62 लोगों को बचाया। इसी क्रम में अप्रैल में 2357 कॉल मिली। इस महीने आग से चार लोगों की मौत हुई। जबकि 78 को दमकलकर्मियों ने बचाया। वहीं, मई में सबसे ज्यादा 3973 कॉल मिली। इसमें सात की मौत हो गई और 84 को बचाया।
जून में भी 3171 कॉल मिली थी। इस माह सबसे ज्यादा 29 मौतें हुईं। जबकि 78 को बचाया गया। वहीं, जुलाई में 1180 कॉल मिली, एक की मौत हुई। जबकि 44 को दमकलकर्मियों ने बचाया गया। अगस्त में 888 कॉल दमकल को मिली। इसमें पांच की मौत हुई, जबकि 39 को बचाया गया। सितंबर की बात करें तो 775 कॉल मिली, इसमें तीन की मौत हुई और 14 को बचाया गया। वहीं, अक्टूबर में 1957 कॉल मिली। इसमें आठ की मौत हुई, जबकि 73 को बचाया गया। नवंबर में 1958 कॉली मिली, इसमें 11 की मौत हुई। जबकि 69 को बचाया गया। अंत में दिसंबर की बात करें तो 19 तक दमकल को 1014 कॉल मिली। इसमें तीन की मौत हो गई। जबकि 31 को बचाया गया।
वहीं, 2023 जनवरी में 1171 कॉल आईं, जिसमें 12 लोगों की मौत और 36 को बचाया गया है। फरवरी में 941 कॉल दर्ज हुईं, जिनमें 2 की मौत और 39 लोगों का बचाव हुआ है। मार्च में 1230 कॉल में 14 की मौत और 48 को बचाया गया। अप्रैल में 1672 कॉल, 3 मौतें और 42 का बचाव हुआ। मई में 1570 कॉल, 3 मौतें और 35 लोगों को बचाया गया। जून में 1391 कॉल, 3 मौतें और 118 का बचाव हुआ। इसके बाद, जुलाई से दिसंबर तक 8146 कॉल दर्ज हुईं, जिनमें 21 मौतें हुईं और 293 लोगों को बचाया गया।