नाबालिग बच्‍चे-बच्‍च‍ियां खुलेआम बेच रहे जहर

नशे की लत से उजड़ा जनजीवन

लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में खुलेआम चरस, गांजा और अन्य नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं। इसके साथ ही नाबालिगों से लेकर युवतियां तक इनको बेचने में शामिल हैं। इसके चलते चोरी, लूट और हत्या जैसी वारदातें बढ़ रही हैं। पुलिस अक्सर हिरासत में होने वाली मौत के डर से इन नशेड़ियों को छोड़ देती है।
केकेसी के पास रेलवे लाइन के किनारे, चारबाग में फुटओवर ब्रिज, मवैया पुल के पास, केजीएमयू के आसपास, झूलेलाल पार्क, मनकामेश्वर घाट समेत कई जगहों पर खुलेआम चरस, गांजा, स्मैक सरीखे नशीले पदार्थों की बिक्री हो रही है। नशीले पदार्थ बेचने वालों में नाबालिगों से लेकर महिलाएं तक शामिल हैं। खरीदने वाले भी खुलेआम नशा कर रहे हैं।
रुपये नहीं होने पर नशे की लत पूरा करने के लिए ये लोग चोरी, लूट, हत्या तक करने से नहीं हिचकते है। नशे में हालत में रेप तक हो रहे हैं। मवैया रेलवे क्रॉसिंग के पास खुलेआम नशे का कारोबार हो रहा है। रेलवे क्रॉसिंग के पास दो पुलिसकर्मी मौजूद होने के बावजूद बेखौफ होकर गांजा और अन्य मादक पदार्थ बेचे जा रहे थे।
मवैया रेलवे क्रॉसिंग फाटक के पास काली पन्नी लेकर खड़ी युवती बेखौफ तरीके से गांजे की पुड़िया बेच रही थी। एक पुड़िया की कीमत 200 रुपये थी। नशे के आदी बिना किसी डर के आकर पुड़िया खरीद रहे थे।
मवैया रेलवे क्रॉसिंग के दूसरी तरफ भी एक लड़का काली पन्नी लेकर खड़ा था। एक ई-रिक्शा चालक उसके पास पहुंचा और गांजे की दो पुड़िया खरीदकर आगे बढ़ गया।
गढ़ी कनौरा में स्टेडियम के पास एक बच्ची गांजा बेच रही थी। काली पन्नी लेकर खड़ी बच्ची के पास लोग आकर गांजे खरीद रहे थे। एक रिक्शे वाले ने भी पुड़िया खरीदी।
आलमबाग बस स्टैंड से अयोध्या निवासी युवती को ई-रिक्शे में बैठाकर मलिहाबाद ले जाने के बाद ऑटो चालक भाइयों ने रेप और लूटपाट के बाद हत्या कर दी थी। दोनों भाई नशे के लती थे।
गोसाईंगंज के एक गांव में होली पर मिलने आई बहन से भाई ने नशे की हालत में रेप किया था। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर को आरोपित भाई को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक आरोपित गांजा और शराब का आदी है।

बंथरा में बुजुर्ग किसान होरीलाल की पड़ोस में रहने वाले चंद्रशेखर ने डंडे से पीटकर हत्या कर दी थी। फरार आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित शराब, गांजा व अन्य नशे का आदी है।
जानकारों के अनुसार चोरी के आरोपित के स्मैक या अन्य किसी नशे का आदी होने का पता चलने पर पुलिस इस डर से छोड़ देती है कि कहीं हिरासत में मौत न हो जाए। ऐसा होने पर कस्टोडियल डेट का सामना करना पड़ सकता है। कई बार स्मैकियों को चोरी करते हुए पकड़ा गया। पुलिस ने लॉकअप में रखा तो स्मैक न मिलने से हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाना पड़ता है। हालांकि कई बार स्मैकिए तबीयत खराब होने का नाटक भी करते हैं। ताकि पुलिस विवाद में फंसने के डर से छोड़ दे। छोटी-मोटी चोरी में पकड़े गए नशेड़ियों को पुलिस अक्सर छोड़ देती है। इसी के चलते उनके हौसले भी बुलंद हैं।
बादशाहनगर निवासी ज्योति सिन्हा के मुताबिक मोहल्ले में स्मैकिए आए दिन छोटी-मोटी चोरियां करते रहते हैं। पास स्थित पार्क की रेलिंग तक चुरा ले गए थे। ज्योति के अनुसार इलाके में खुलेआम गांजा, स्मैक व अन्य नशीले पदार्थ बेचे जाते हैं। उनका कहना है कि नशे की लत पूरा करने के लिए ही लोग कई बार चोरी करने लगते हैं। ऐसे में सवाल है कि पुलिस आखिर सख्ती से अंकुश क्यों नहीं लगाती।

रविन्द्र पल्ली स्थित रोहताश एन्क्लेव में अरविंद मिश्रा के पड़ोस में मनोज रस्तोगी रहते हैं। कुछ महीने पहले मनोज के फ्लैट में लगे एसी का कॉपर पाइप चोरी हो गया था। मनोज ने लोगों की मदद से चोर को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया। इस दौरान तबीयत बिगड़ने पर चोर को छोड़ दिया। इसके बाद वही शख्स फिर से चोरी करने पहुंच गया।
सूचना पर पहुंचे 112 के पुलिसकर्मियों ने गाजीपुर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाने की सलाह दी। चोर को गाजीपुर पुलिस के सुपुर्द किया गया, लेकिन एक बार फिर छोड़ दिया गया था। अरविंद की पत्नी रश्मि मिश्रा का कहना है कि नशे की तल पूरा करने के लिए चोरी करने वालों को पुलिस कस्टोडियल डेथ के डर से छोड़ देती है। ऐसे लोगों का रेकॉर्ड भी नहीं होता और बेखौफ होकर चोरी करते हैं। रश्मि ने बताया कि चोरी के डर से एसी खुलवाकर अंदर रख लिया था। अब गर्मी शुरू होने पर फिर से लगवाय
खोले जाएं पुनर्वास केंद्र, नशे के खिलाफ सख्त कानून बने और कड़ाई से पालन हो। तीन बार स्मैक लेने पर लत पड़ जाती है। आदी होने पर लोग नशे के लिए अपराध करने से भी पीछे नहीं रहेते। ऐसे लोगों को के लिए पुनर्वास केंद्र खोले जाने चाहिए। नशे से मुक्ति के लिए काफी प्रयास करने की जरूरत है। नशे से होने वाले खतरों को लेकर बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए।
पूर्व आईपीएस राजेश पांडेय का कहना है कि नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों की चेन पूरी तरह से तोड़ने होगी। नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के सोर्स पर अटैक करना होगा। पुलिस को सही से पेट्रोलिंग करनी होगी। यही नहीं स्मैक या अन्य नशे के लती छोटे अपराधियों को कस्टोडियल डेथ के डर से छोड़ना सही नहीं है। पुलिस को ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार कर जल्द से जल्द कोर्ट में पेश कर जेल भेजना चाहिए।

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