नोएडा-फरीदाबाद को जोड़ने वाले प्रोजेक्‍ट की अड़चन से मिला छुटकारा

दोनों शहरों के बीच यातायात होगा आसान

करीब 10 वर्ष से भूमि विवाद के चलते यह काम अटका पड़ा है। इसके साथ ही पुल तक सड़क का निर्माण करने के लिए प्रशासन को 6.5 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना था लेकिन किसानों के साथ जमीन को लेकर सहमति न बन पाने का वजह से इसका हल नहीं निकल पा रहा था।

फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए वर्ष 2014 में शुरू हुई मंझावली पुल परियोजना में बड़ा अपडेट सामने आया है। वही शिलान्यास के 11 साल बाद जमीन लेने को लेकर नोटिफिकेशन हुआ है। बता दें कि इसका काम हरियाणा की तरफ लगभग पूरा हो चुका है। यमुना नदी पार कर करीब एक किलोमीटर की सड़क ग्रेटर नोएडा की तरफ भी बन गई है। बस इसे ग्रेटर नोएडा की मुख्य सड़क से कनेक्ट करने के लिए करीब एक किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य बचा हुआ है।

यह काम जमीन की वजह से अटका हुआ था, परन्तु अब नोटिफिकेशन जारी होने के बाद बचे हुए काम को भी पूरा करने की तैयारी शुरू हो गई है।इसके साथ ही जिला प्रशासन ने किसानों से जमीन लेने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी कर दिया है। जिस पर 22 मार्च तक आपत्ति मांगी गई है। आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद किसानों से जमीन लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल में इस प्रक्रिया को संपन्न कर सड़क बनाने के लिए जमीन संबंधित विभाग को सौंपने का टारगेट रखा गया है।
जानकारी के अनुसार, करीब 10 साल से भूमि विवाद के चलते यह काम अटका पड़ा है। वही पुल तक सड़क का निर्माण करने के लिए प्रशासन को 6.5 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करना था लेकिन किसानों के साथ जमीन को लेकर सहमति न बन पाने का वजह से इसका हल नहीं निकल पा रहा था। अब जनवरी में इसे लेकर सहमति बन गई थी और इसके बाद 12 मार्च को जिला प्रशासन ने इसका नोटिस कर दिया है। 40 किसानों की सूची सार्वजनिक रूप से जारी कर इन्हें आपत्ति के लिए 22 मार्च तक का समय दिया गया है। 22 मार्च तक यदि कोई आपत्ति नहीं आती है तो जमीन लेने की प्रक्रिया किसानों के साथ तुरंत शुरू हो जाएगी। यदि कोई आपत्ति आ जाती है तो उसका भी तुरंत निस्तारण कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।

ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए मंझावली पुल का निर्माण किया गया है। यह पुल यमुना नदी पर 630 मीटर लंबा चार-लेन का पुल है, जिसका निर्माण कार्य सालों पहले शुरु हुआ था और यह पुल बनकर तैयार है लेकिन ग्रेटर नोएडा की ओर से बनने वाले एक किमी. लंबी कनेक्टिंग रोड की जमीन का रास्ता साफ न होने से यह कनेक्टिविटी ग्रेटर नोएडा की ओर से मंझावली पुल के लिए नहीं हो पा रही था लेकिन अब इसकी पूरी उम्मीद है कि अगले कुछ महीने में कनेक्टिविटी हो जाएगी। इस कनेक्टिविटी के होने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वर्तमान में, फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है, लेकिन मंझावली पुल के माध्यम से यह समय घटकर 20 से 25 मिनट रह जाएगा। इसके बनने से दोनों शहरों के बीच आवागमन में सुविधा होगी, जिससे स्थानीय व्यापार और उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा और अभी जहां ट्रैफिक जाम में फंसकर संघर्ष करके आवाजाही करने वाले लोग इसके तैयार होने से सुगमता से एक दूसरे शहर में आ जा सकेंगे।

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