रिश्वत लेना सचिव के लिए पड़ा भारी

4 साल के लिए भेजा जेल

रतलाम जिले में रिश्वतखोर सचिव पर दोहरी सजा मिली है। इसके साथ ही रिश्वत लेते पकड़ाए पंचायत सचिव जगदीश पांचाल को कोर्ट ने 4 साल की सजा सुनाई थी। अब जिला पंचायत सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव ने सचिव को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। जनवरी में अदालत ने रिश्वत के मामले में उन्हें चार साल के सश्रम कारावास की सजा दी थी।

जिला पंचायत सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव ने ग्राम पंचायत सुखेड़ा के तत्कालीन सचिव जगदीश पांचाल को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। वही जनवरी में कोर्ट ने रिश्वत के मामले में दोषी मानते हुए उसे 4 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। साथ ही 2 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया था।
पांचाल ने कृषि भूमि पर नंदन फलोद्यान के तहत बगीचा लगाने के लिए किसान से रिश्वत मांगी थी। पिपलौदा जनपद की ग्राम पंचायत कमलाखेड़ा के सचिव रहते हुए उसने आवेदन आगे बढ़ाने के लिए 5 हजार रुपए की मांग की थी। पहले 3 हजार रुपए ले लिए। बाकी 2 हजार रुपए के लिए दोबारा बुलाया।

23 जुलाई 2021 को सुखेड़ा निवासी शंकरलाल मालवीय ने लोकायुक्त उज्जैन में शिकायत की थी। वही इसके साथ ही उनकी कृषि भूमि ग्राम सुखेड़ा, तहसील पिपलौदा में है। एक बीघा में जामफल और नींबू का बगीचा लगाना चाहते थे। आवेदन 8-10 माह पहले दिया था। सचिव ने आवेदन सीईओ जनपद पंचायत पिपलौदा को नहीं भेजा। आवेदन भेजने के बदले 5 हजार रूपये की रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त ने 26 जुलाई 2021 को ट्रैप की योजना बनाई। शंकरलाल को 2 हजार रुपए देकर भेजा। पिपलौदा स्थित सचिव जगदीश पांचाल के निजी कार्यालय में रिश्वत लेते ही लोकायुक्त इंस्पेक्टर रवींद्र पाराशर की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

विशेष न्यायालय के विशेष न्यायाधीश आदित्य रावत की कोर्ट ने जनवरी में फैसला सुनाया। दो माह बाद अब जिला पंचायत सीईओ ने सचिव को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

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