
बिहार सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक नई पहल की करेगी शुरुआत
बिहार सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए राजधानी पटना समेत चार शहरों में पिंक बस सेवा शुरू करने का फैसला किया है। यह सेवा सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक संचालित होगी। पिंक बसों में पैनिक बटन और GPS ट्रैकिंग सिस्टम होगा। किराया 6 से 25 रुपये के बीच होगा।
बिहार सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक नई पहल शुरू कर रही है। अप्रैल से पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में पिंक बसें चलेंगी। सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक चलने वाली इन बसों का मकसद महिलाओं को सुरक्षित और आसान यात्रा देना है। पहले चरण में 20 बसें आएंगी, जिनमें 10 पटना में और बाकी 10 अन्य तीन शहरों में चलेंगी। इन बसों में सुरक्षा के लिए पैनिक बटन और GPS ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं भी होंगी। किराया भी कम रखा गया है, सिर्फ 6 से 25 रुपये।
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, बिहार सरकार ने चार प्रमुख शहरों में ‘पिंक बस सेवा’ शुरू करने का फैसला किया है। यह सेवा अप्रैल के पहले हफ्ते से शुरू होगी। इसके लिए 20 नई बसें खरीदी गई हैं, जो पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया में चलेंगी। इन बसों का संचालन सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक रहेगा, ताकि कामकाजी महिलाओं और छात्राओं को आने-जाने में सुविधा हो।
पटना में ये बसें प्रमुख स्थानों जैसे महिला कॉलेज, स्कूल, अस्पताल और रेलवे स्टेशन तक चलेंगी। रूट की योजना इस तरह बनाई गई है कि महिलाओं को ज़रूरी जगहों तक पहुँचने में आसानी हो। कुछ प्रमुख रूट हैं: पटना सिटी से दानापुर बाइपास से कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, अनीसाबाद, फुलवारी बोरिंग रोड से पाटलिपुत्र, कुर्जी, दीघा। हर रूट पर हर घंटे बस सेवा उपलब्ध होगी, जिससे यात्रियों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
बसों में सुरक्षा का अधिक ध्यान रखा गया है। हर सीट के नीचे एक पैनिक बटन होगा, जिसे दबाकर महिलाएं आपात स्थिति में मदद मांग सकती हैं। इसके साथ ही, GPS ट्रैकिंग सिस्टम से बसों की लोकेशन पर नजर रखी जा सकेगी। यह सुनिश्चित करेगा कि यात्रा के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
किराया भी कम रखा गया है, जो सिर्फ 6 रुपये से शुरू होकर 25 रुपये तक जाएगा। इससे यह सेवा आम महिलाओं के लिए भी सुलभ होगी। ये बसें पंजाब के रोपड़ से मार्च के आखिरी हफ्ते में आएंगी और अप्रैल के पहले हफ्ते से सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। इस सेवा के शुरू होने से महिलाओं को सुरक्षित और किफायती यात्रा विकल्प मिलेगा, और उन्हें सार्वजनिक परिवहन में अधिक आत्मविश्वास महसूस होगा।