
हर घर और जेब पर पड़ेगा असर
1 मई 2025 से देश में कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं, जो आम जनता के जीवन और जेब पर सीधा प्रभाव डालेंगे। ये बदलाव बैंकिंग, परिवहन, रेलवे और रोजमर्रा की सेवाओं से जुड़े हैं। आइए जानते हैं इन पांच बड़े बदलावों के बारे में।1. एटीएम ट्रांजैक्शन शुल्क में बदलावबैंकों द्वारा एटीएम से नकदी निकासी और अन्य लेनदेन के शुल्क में बदलाव हो सकता है। कुछ बैंकों ने निशुल्क लेनदेन की सीमा को संशोधित करने का फैसला किया है। इससे उन लोगों पर असर पड़ेगा जो बार-बार एटीएम का उपयोग करते हैं। ग्राहकों को अपने बैंक के नए नियमों की जानकारी लेनी चाहिए ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके।2. जीपीएस आधारित फास्टैग अनिवार्य1 मई से सभी वाहनों के लिए जीपीएस आधारित फास्टैग सिस्टम अनिवार्य हो सकता है। यह नया सिस्टम टोल शुल्क की गणना दूरी के आधार पर करेगा, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी। पुराने फास्टैग धीरे-धीरे हटाए जाएंगे। वाहन चालकों को अपने फास्टैग को अपग्रेड करना होगा, अन्यथा टोल प्लाजा पर दिक्कत हो सकती है।3. ओला-उबर जैसे कैब किराए में बदलावकैब एग्रीगेटर कंपनियां जैसे ओला और उबर किराए में बदलाव कर सकती हैं। ईंधन की बढ़ती कीमतों और परिचालन लागत के कारण कुछ शहरों में किराया बढ़ सकता है। इससे रोजाना कैब का उपयोग करने वाले यात्रियों के मासिक खर्च पर असर पड़ेगा।4. रेलवे नियमों में बदलावभारतीय रेलवे कुछ नियमों में बदलाव करने जा रही है, जिसमें टिकट बुकिंग, कैंसिलेशन और रिफंड प्रक्रिया शामिल हो सकती है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए अतिरिक्त शुल्क या नए नियम लागू हो सकते हैं। यात्रियों को रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर नए दिशानिर्देशों की जांच करनी चाहिए।5. एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में उतार-चढ़ावएलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की संभावना है। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर सिलेंडर के दाम बढ़ या घट सकते हैं। इससे हर घर का रसोई बजट प्रभावित होगा। उपभोक्ताओं को सब्सिडी और नए दामों की जानकारी रखनी होगी।ये बदलाव आम आदमी के दैनिक जीवन को प्रभावित करेंगे। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लोग इन नए नियमों की पहले से जानकारी जुटाएं और अपने बजट की योजना बनाएं।