
इंजीनियर छात्र ने फांसी के फंदे पर झूल कर दी जान
भोपाल में एक इंजीनियरिंग छात्र सत्यम द्विवेदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सत्यम ने अपने सुसाइड नोट में उधारी का उल्लेख किया, जिसमें उसके दोस्त आदर्श द्विवेदी ने 80 हजार रुपये लेकर वापस नहीं लौटाए। तनाव और धमकियों से परेशान सत्यम ने यह कदम उठाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भोपाल में उधारी देकर एक छात्र ऐसे फंसा कि उसे अपनी जान गंवाकर कीमत चुकानी पड़ी। एक तो उसने मदद की पर दोस्त ने दगा देकर उसे कहीं न नहीं छोड़ा। मदद लेने वाले ने उसकी जिंदगी खत्म कर दी। मामला भोपाल शहर का है। यहां पर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे एक युवा छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
उसने एक सुसाइड पत्र लिखा है, जिसमें उधारी संबंधी बात का जिक्र है। पुलिस के मुताबिक उस पत्र में युवा ने लिखा है कि तुम मेरे परिवार को पैसा लौटा दो। तुमने कहा था, बुधवार तक दे दोगे। लेकिन नहीं दिए, मैंने तुम्हारी मदद की है। तुम्हारे मामा ने भी वादा किया था कि जल्द पैसा लौटा दोगे। अब तुम क्यों नहीं लौटा रहे हो।
यह पूरी घटना भोपाल के रमा नगर की है। यहां पर रीवा का रहने वाला 18 वर्षीय सत्यम द्विवेदी एक प्राइवेट कॉलेज से इंजीरियरिंग पढ़ रहा था। सत्यम के परिजनों के अनुसार उसके गांव के आदर्श द्विवेदी की सत्यम से दोस्ती थी। आदर्श दूर का रिश्तेदार भी है। उसने करीब 6 महीने पहले निजी परेशानी का बताकर सत्यम से 80 हजार रुपए उधार लिये थे। दोस्त को परेशानी में देख सत्यम ने पिता से पूछे बिना ही उसे पैसे उधार दे दिए थे। इसके बाद से आदर्श ने बाद में पैसे लौटाने से साफ इनकार कर दिया था। इस घटना से पिता सत्यम से नाराज थे। इसके बाद जब आदर्श और सत्यम के बीच रकम लौटाने को लेकर बात होती तो आदर्श उसे धमकाता था। पिछले दिनों आदर्श के परिजनों से शिकायत की तो उसके मामा ने जल्द पैसे दिलाने का वादा किया था। इसके बाद भी नहीं लौटाए, इसी बात को लेकर सत्यम तनाव में रहने लगा था।
बताया जा रहा है कि सत्यम भोपाल में एक साथी के साथ किराए के कमरे में रहता था।वही हर रोज मां से कॉल पर बात करता था। बुधवार की रात उसने मां से बात की। उनसे पूछा कि आदर्श की मां से बात हुई कि नहीं। क्या उन्होंने पैसा लौटा दिए। मां ने बताया कि उन्होंने पैसे नहीं लौटाए हैं। कुछ ही देर बाद सत्यम ने फांसी लगाकर ली।