दिल्ली को मिलेगा जाम से छुटकारा

आईएनए-मंडेला मार्ग एलिवेटेड कॉरिडोर का होगा निर्माण

दिल्ली में बीजेपी सरकार ने रिंग रोड पर ट्रैफिक जाम को कम करने के उद्देश्य से 14 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है। यह प्रोजेक्ट लगभग 4,500 करोड़ रुपये की लागत से पूरा होगा और इससे इंदिरा गांधी एयरपोर्ट तक सीधा रास्ता मिलेगा।

दिल्ली में बीजेपी सरकार के बनते ही राजधानी को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के कई प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है। दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर एक नए कॉरिडोर बनाने की योजना बना रही है। NHAI आईएनए और वसंतकुंज के नेल्सन मंडेला मार्ग के बीच एक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाएगा। यह प्रोजेक्ट चार साल पहले रिंग रोड पर ट्रैफिक कम करने के लिए सोचा गया था। नेल्सन मंडेला मार्ग और शिव मूर्ति इंटरचेंज के बीच एक टनल भी बनेगी। इससे इंदिरा गांधी एयरपोर्ट तक सीधा रास्ता मिलेगा। पूर्व और दक्षिण दिल्ली से आने वाला ट्रैफिक बिना रुके एयरपोर्ट जा सकेगा। दिल्ली सरकार और शहरी मामलों के मंत्रालय इस प्रोजेक्ट को फंड करेंगे।
यह 14 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर रिंग रोड के किनारे नए बने सरकारी आवासीय और कमर्शियल परिसरों से होकर गुजरेगा। इसे जुलाई 2021 में यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर सेंटर ने मंजूरी दी थी। CPWD को DPR तैयार करके इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का काम दिया गया था। लेकिन इस प्रोजेक्ट को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड की मंजूरी नहीं मिली। कैबिनेट की मंजूरी से पहले पीआईबी की मंजूरी जरूरी होती है।

इस महीने की शुरुआत में पीएमओ में दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक जाम कम करने के बारे में एक बैठक हुई। इसमें सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि NHAI इस प्रोजेक्ट को बना सकता है। NHAI के पास ऐसे बड़े रोड प्रोजेक्ट्स बनाने का अच्छा अनुभव है। केंद्रीय सड़क परिवहन सचिव वी. उमाशंकर ने फिर एक बैठक की। इसमें NHAI, दिल्ली सरकार और NBCC के अधिकारी शामिल हुए। NBCC सरकारी आवासीय और व्यावसायिक परिसरों का पुनर्विकास कर रही एजेंसी है।
NHAI, CPWD द्वारा तैयार DPR के आधार पर नई योजना तैयार होगी। पहले के अनुमान के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट पर लगभग 4,500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जमीनी स्थिति को देखते हुए इसमें कुछ टनल भी शामिल हो सकती हैं। अंतिम DPR के बाद ही लागत का पता चलेगा। सरकार इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है। यह प्रोजेक्ट लगभग चार साल से रुका हुआ है।

दिल्ली पीडब्ल्यूडी के अनुमान के अनुसार, AIIMS क्रॉसिंग से हर दिन लगभग 1.3 लाख वाहन गुजरते हैं। भीकाजी कामा फ्लाईओवर के बीच रोजाना लगभग 3.3 लाख वाहन चलते हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रोजेक्ट में और देरी से समस्या बढ़ेगी। इस रास्ते पर दिन के ज्यादातर समय ट्रैफिक जाम रहता है। हाल ही में रीडेवलेप हुए सरोजिनी नगर आवासीय परिसर और नौरोजी नगर कमर्शियल परिसर में और सरकारी कर्मचारियों के आने से ट्रैफिक बढ़ना तय है। NHAI नेल्सन मंडेला मार्ग से मेहरौली-गुड़गांव रोड तक एलिवेटेड रोड बनाने की संभावना भी तलाशेगा।

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