
किसी के फूटे सिर तो किसी की तोड़ी गाड़ी
पश्चिम चंपारण में शराब के खिलाफ छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर गांववालों ने हमला कर दिया था। दो पुलिसवालों के सिर फूटे और एक गाड़ी भी तोड़ी गई। घटना में 16 वर्ष एक लड़की भी घायल भी हो गई। पुलिस को बाद में हमला करने वालों से छुड़ाना पड़ा था।
बिहार के पश्चिम चंपारण में शराब के लिए छापेमारी करना जाना उत्पाद विभाग की टीम के लिए महंगा पड़ गया था। यहां पुलिस रात के अंधेर में शराब की खबर पर रेड करने गई थी। लेकिन बीच में ही कुछ ऐसा हुआ कि पुलिस को लेने के देने पड़ गए। वही हाल ये हो गया कि दो पुलिसवालों का सिर फूट गया। गाड़ी टूटी-फूटी सो अलग।
दरअसल बगहा में उत्पाद विभाग को खबर मिली थी कि एक घर में शराब का धंधा चल रहा है। वही इसके बाद एक टीम बनाई गई। इस टीम में उत्पाद विभाग के अफसर के साथ होमगार्ड के जवान भी मौजूद थे। पुलिस ने अंधेरे में ही उस घर पर धावा बोलने की तैयारी कर ली। सोमवार की रात टीम वहां पहुंच भी गई।
बताई गई लोकेशन ढढ़िया गांव में शराब के लिए टीम छापेमारी करने पहुंची थी।उसी दौरान गांव वालों ने उत्पाद विभाग, पुलिस टीम और सभी अफसरों-जवानों को चारों तरफ से घेर लिया। होमगार्ड जवान दिनेश कुमार के मुताबिक वो लोग शराब पकड़ने के लिए वहां गए थे। उनका कहना था कि ‘अभी घर में घुसने ही वाले थे, दरवाजे के करीब ही पहुंचे थे कि लोगों ने धावा बोल दिया। गाड़ी तोड़ दी। हमलोग लगभग 5 जवान थे, उत्पाद विभाग से दो महिला सिपाही और दो पुरुष सिपाही, एक सर और एक ड्राइवर थे। हम कुल 11 लोग थे।’
अस्पताल के डॉक्टर के अनुसार ‘तीन लोग आए थे हमलोग के पास। एक 16 साल की लड़की है और दो पुलिस वाले थे। तीनों घायल थे। अब तीनों ठीक हैं।’ अब समझिए कि कैसे हमला किया गया। शक है कि टीम के गांव में घुसते ही शराब माफिया के लोगों ने पुलिस पर हमला बोला।
इस दौरान उन दो जवानों को गाड़ी के अंदर बैठे ही घेर लिया गया। फिर भीड़ ने उनको बुरी तरह से पीट डाला। सिपाही के अनुसार इस दौरान गाड़ी को गांव में ही घेर कर कब्जे में ले लिया गया। इसके बाद जब सेमरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची तो किसी तरह से जवानों को उनके चंगुल से छुड़ाया गया। गांववालों का आरोप है कि पुलिस ने पीट कर दो लोगों को घायल कर दिया, इसके बाद बवाल भड़का।