
यह खाद पौधों को जलने से बचाएगी ।
इसे अमृत खाद भी कह सकते हैं ।तेज धूप में पौधे झुलसने लगते हैं। गर्म हवाएं पौधों को नुकसान पहुंचाती है ।जैसे हमारे शरीर को भोजन के साथ-साथ पौष्टिक चीजों की जरूरत होती है, ऐसे ही पौधों को भी पानी के साथ-साथ विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती हैं। जिससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है।
अगर आप भी चाहते हैं ,अपने घर के बगीचे को हरा भरा बनाना तो घर में बनी हुई प्राकृतिक खाद पौधों को जरूर दें ।
इसके लिए हमें बहुत ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं है। बहुत ही आसानी से यह ठंडी खाद बना सकते हैं। और हम अपने बगीचे को हरा भरा और फूलों से भरा हुआ रख सकते हैं।
आईए जानते हैं यह खाद कैसे बनती है —-
यह खाद बनती है गाय के गोबर के उपलों से —
गाय के गोबर के उपलों को एक दिन पहले एक बड़े कंटेनर में या एक बड़ी बाल्टी में भिगो दें।
इससे यह भीग कर मुलायम हो जाएंगे ।इस पानी का इस्तेमाल हम अपने पौधों पर कर सकते हैं ।अगर हम इस खाद को और भी पौष्टिक बनाना चाहते हैं तो इसमें कुछ चीजें और मिला सकते हैं । जैसे —केले के छिलके और एलोवेरा।
1… एलोवेरा की एक बड़ी पत्ती को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर इसमें डालें ।
2……केले के छिलके को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर इसमें डाल दें।
3..तीन-चार दिन तक इसे ऐसे ही छोड़ दें और बीच-बीच में इसे हिलाते रहें और इसे ढककर रख दें।
4… तीन-चार दिन के बाद इस पानी को छानकर और इसमें तीन गुना पानी मिलाकर सभी पौधों में दे।
5…10 से 15 दिनों में फिर इसे अपने पौधों में इस्तेमाल करें ।
पत्तियों में ग्रोथ अच्छी होगी ।पत्तियों में शाइन होगी। फूलों का साइज बड़ा हो जाएगा ।इस खाद के इस्तेमाल से भीषण गर्मी में भी अपने पौधों को हरा भरा बना सकते हैं।
यह सबसे आसानी से बनने वाली ठंडी खाद है ।
**गोबर की खाद —
इससे पौधों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं मिट्टी की उर्वरता में सुधार होता है पौधों को नाइट्रोजन पोटाश फास्फेट और अन्य पोषक तत्व मिलते हैं।
**केले के छिलके में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में होता है जो मिट्टी में पोषक तत्व को बढ़ा देता है ।और
**एलोवेरा तो गुणों का भंडार है। यह पौधे के लिए सबसे बेस्ट ठंडी और प्राकृतिक खाद है।