
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने का वह सपना पूरा किया जो अंग्रेज भी नहीं कर पाए. उनके इस बयान पर उपस्थित लोगों ने खूब तालियां बजाईं. उमर ने कहा कि कश्मीर में रेल नेटवर्क के विस्तार ने क्षेत्र को नई दिशा दी है. यह उपलब्धि न केवल बुनियादी ढांचे बल्कि लोगों के बीच कनेक्टिविटी को भी मजबूत करती है.
उमर अब्दुल्ला ने अपने भाषण में बचपन की यादें भी साझा कीं. उन्होंने बताया कि कैसे वह अपने परिवार के साथ समय बिताते थे और उस दौर में कश्मीर की स्थिति अलग थी. उनकी इन बातों ने दर्शकों के साथ एक भावनात्मक जुड़ाव बनाया. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जम्मू-कश्मीर के लोग अब बदलाव को महसूस कर रहे हैं और इसका श्रेय पीएम मोदी के प्रयासों को जाता है. उमर ने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन और विकास में वृद्धि हुई है जो स्थानीय लोगों के लिए लाभकारी है.
उमर अब्दुल्ला ने अपने भाषण में जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने पर भी बात की. उन्होंने इसे एक तरह का डिमोशन करार दिया और कहा कि इससे क्षेत्र की स्थिति पर असर पड़ा है. हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पीएम मोदी की कोशिशों से क्षेत्र में शांति और स्थिरता बढ़ी है. उमर ने कहा कि लोग अब सरकार पर भरोसा करते हैं और यह विश्वास विकास के लिए जरूरी है. उनके इस संतुलित दृष्टिकोण ने दर्शकों का ध्यान खींचा.
उमर अब्दुल्ला के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. उनके द्वारा पीएम मोदी की तारीफ को विपक्षी दलों के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है. कई लोगों का मानना है कि यह बयान कांग्रेस और अन्य दलों के लिए असहज हो सकता है. उमर ने यह भी कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिला है.
उमर के भाषण ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि राजनीतिक विश्लेषकों का भी ध्यान खींचा. उनके बयान में विकास और शांति के प्रति
सकारात्मक दृष्टिकोण ने लोगों को प्रभावित किया. उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग अब देश के साथ एक नए रिश्ते की ओर बढ़ रहे हैं. इस भाषण ने यह भी दिखाया कि उमर अब्दुल्ला क्षेत्र के विकास के लिए एक संतुलित और प्रगतिशील दृष्टिकोण अपनाने को तैयार हैं.