
4 जुलाई 2025 : UP विधानसभा चुनाव 2027 को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी की पकड़ को मजबूत करने की कोशिशों में जुट गए हैं ।इसको देखते हुए अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में घर बनावाया । जिसका गृह प्रवेश हाल ही में संपन्न हुआ इस अवसर पर पंडितों द्वारा पूजन करने पर चर्चा तेज हो चुकी है क्योंकि कुछ समय पहले अखिलेश यादव ने इटावा कांड के बाद ब्राह्मणों पर टिप्पणी की थी।
इटावा कथावाचक कांड के बीच अखिलेश यादव ने किससे पूजा करवाई?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पूर्वांचल में अपनी पार्टी की पकड़ को मजबूत करने की दिशा में विधानसभा चुनाव 2027 को ध्यान में रखते हुए आजमगढ़ के अनवरगंज क्षेत्र में एक नया घर बनवाया है। इसके उद्घाटन और गृह प्रवेश के लिए उन्होंने काशी के पंडितों से पूजन करवाने हेतु बुलवाया ।किंतु ऐसा माना जा रहा है कि काशी कोई पंडितों ने गृह प्रवेश की पूजन से इनकार कर दिया ।इसके बाद काशी के पंडितों की अनुपस्थिति में स्थानीय ब्राह्मणों को बुलाकर पूजन करवाया गया ।
इटावा कांड की नाराजगी
आखिर क्यों काशी के पंडितों ने यह फैसला किया कि वह पूर्व सीएम अखिलेश यादव के गृह प्रवेश में नहीं जाएंगे।काशी के पंडितों की अनुपस्थिति एक चर्चा का विषय बन गया है ।सूत्रों का कहना है कि काशी के पंडितों ने इटावा कांड को लेकर नाराजगी जताई है। और गृह प्रवेश की पूजा करने से इनकार कर दिया । माना यह भी जा रहा है कुछ समय पहले इटावा में ब्राह्मण समाज से जुड़े कांड को लेकर काशी के धर्माचार्यों ने अप्रसन्नता भी जताई थी ।जिसका असर अब देखने को मिल रहा है।
किसने कराया पूजन
काशी के पंडितों के इनकार के बाद ऐसा माना जा रहा है की आजमगढ़ के स्थानीय ब्राह्मणों ने ही गृह प्रवेश का पूजन कराया ।जिसमें सगड़ी क्षेत्र के निवासी चंदन जी महाराज ने गृह प्रवेश की पूजन कराया। और अतरौलिया के श्यामधर चौबे ने भूमि पूजन कराया ।जिसमें अखिलेश यादव के परिवार के सदस्य शामिल रहे