
ड्रायर फटने से धमाका, 5 मजदूरों की मौत, 3 गंभीर रूप से घायल
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के दरगाह थाना क्षेत्र में स्थित राजगढ़िया राइस मिल में 25 अप्रैल 2025 की तड़के सुबह एक भीषण हादसा हुआ। राइस मिल में धान सुखाने के लिए इस्तेमाल होने वाले ड्रायर में विस्फोट होने से आग लग गई, जिसके बाद घना धुआं फैल गया। इस धुएं के कारण दम घुटने से पांच मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया और स्थानीय प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया।
हादसे का विवरण
हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ, जब राइस मिल में रात की पाली में मजदूर धान सुखाने का काम कर रहे थे। ड्रायर मशीन में अचानक विस्फोट हुआ, जिससे आग की लपटें और घना धुआं फैल गया। धुएं की वजह से मिल में काम कर रहे मजदूर बेहोश होकर गिर पड़े। आग और धुएं ने स्थिति को और भयावह बना दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
फायर ऑफिसर विशाल गोंड ने बताया कि उन्हें सुबह सूचना मिली कि राजगढ़िया फूड्स में आग लग गई है। दो फायर टेंडर मौके पर भेजे गए, जहां ड्रायर से धुआं निकलता दिखाई दिया। आठ मजदूर धुएं का कारण जानने के लिए ड्रायर के पास गए, लेकिन धुएं के कारण वे बेहोश हो गए।

मृतकों की पहचान निम्नलिखित है:
राम प्रवेश (कन्नौज)
राम शिरोमणि (कन्नौज)
सुनील कुमार (कन्नौज)
अखिलेश कुमार (श्रावस्ती)
संजय कुमार (बिहार)
घायल मजदूरों को तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही बहराइच की डीएम मोनिका रानी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएम ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायल मजदूरों का हालचाल जाना और उनके इलाज के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में ड्रायर के तकनीकी खराबी को हादसे का कारण माना जा रहा है।
डीएम मोनिका रानी ने कहा, “राइस मिल में धान सुखाने की प्रक्रिया चल रही थी। ड्रायर से निकले धुएं के कारण मजदूरों का दम घुट गया, जिससे यह हादसा हुआ। मामले की गहन जांच की जा रही है।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस हादसे को लेकर कई पोस्ट्स वायरल हो रहे हैं। यूजर्स ने इस घटना पर दुख जताते हुए मजदूरों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। कुछ यूजर्स ने राइस मिलों में सुरक्षा मानकों की कमी पर सवाल उठाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम लागू करने की मांग की। एक यूजर ने लिखा, “ऐसे हादसे बार-बार हो रहे हैं, लेकिन औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे।”
हादसे के कारण और संभावित लापरवाही
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ड्रायर में तकनीकी खराबी या रखरखाव की कमी इस हादसे का प्रमुख कारण हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि राइस मिलों में धान सुखाने के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीनों में नियमित जांच और रखरखाव जरूरी है। इसके अलावा, मजदूरों को सुरक्षा उपकरण जैसे मास्क और ऑक्सीजन मास्क उपलब्ध कराने की आवश्यकता होती है, जो इस मामले में नदारद थे।
प्रशासन की ओर से राहत और मुआवजा
बहराइच जिला प्रशासन ने मृतक मजदूरों के परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घायल मजदूरों के इलाज का खर्च भी प्रशासन द्वारा वहन किया जा रहा है। साथ ही, राइस मिल मालिकों को नोटिस जारी कर सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
औद्योगिक सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करता है। उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां तकनीकी खराबी या लापरवाही के कारण मजदूरों की जान गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को औद्योगिक इकाइयों के लिए कड़े सुरक्षा नियम लागू करने और नियमित ऑडिट कराने की जरूरत है।