
9 जुलाई 2025: आज देश भर में भारत बंद का आह्वान किया गया है।
जिससे बैंकिंग डाक और अन्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं ।
क्या है कारण
भारत बंद का आह्वान 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन के मंच ने किया है । हड़ताल में केंद्रीय ट्रेड यूनियन जैसे सीटू, इंटक, एटक जैसे बड़े संगठन शामिल हैं। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा और मनरेगा संघर्ष मोर्चा जैसे सेक्टरल संगठन भी हड़ताल में शामिल रहेंगे।
यूनियन का आरोप है कि सरकार पिछले 10 वर्षों से वार्षिक श्रम सम्मेलन नहीं कर रही इसके अलावा वे मौजूदा आर्थिक नीतियों को बेरोजगारी महंगाई और मजदूरी में गिरावट के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं ट्रेड यूनियन यूनियन का कहना है कि सरकार द्वारा अपनाई जा रही नीतियों युवाओं के भविष्य के लिए खतरा है जबकि देश की 65% जनसंख्या 35 वर्ष से कम उम्र की है 20 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में बेरोजगारी सबसे अधिक है ।
इस विरोध के साथ ही उन्होंने न्यूनतम वेतन 26000 रुपए करने और पुरानी पेंशन योजना बहाल करने जैसी मांगे भी की हैं ।
ट्रेड यूनियन के मंच ने 17 सूत्रीय मांग पत्र जारी किया है ।इसमें फिक्स्ड टर्म, रोजगार की वापसी ,अग्निपथ योजना को खत्म करना ,8 घंटे की कार्य अवधि, पुरानी पेंशन योजना की बहाली और ईपीएफओ सब्सक्राइबर के लिए 9000 की न्यूनतम पेंशन शामिल है ।
किसानों की मांग
संयुक्त किसान मोर्चा 9 जुलाई को देशभर में तहसील स्तर पर भी प्रदर्शन करेगी ।उनकी मांग है कि एमएसपी पर कानून बनाया जाए। सभी फसलों की गारंटी खरीद की जाये और किसानों का कर्ज माफ किया जाए।
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के मंच में इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
क्या खुला क्या बंद
किसी भी राज्य ने भारत बंद के कारण स्कूल और कॉलेज के लिए आधिकारिक अवकाश नहीं रखा है। अधिकांश हिस्सों में स्कूल और कॉलेज सामान्य रूप से खुले रहने की उम्मीद है। जबकि सार्वजनिक परिवहन की कमी और सड़क जाम के कारण छात्रों और शिक्षकों को परेशानी हो सकती है ।
रेलवे को लेकर भी फिलहाल आधिकारिक हड़ताल की घोषणा नहीं हुई है । लेकिन प्रदर्शन और रास्ता रोको जैसे विरोध के चलते ट्रेन की आवाजाही में रुकावट संभव हो सकती है।
बैंकिंग सेवाओं का प्रभाव
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने 9 जुलाई की छुट्टी के आधिकारिक घोषणा नहीं की है। यानी बैंक खुलेंगे लेकिन कर्मचारी काम बंद रखेंगे ।बैंक इंश्योरेंस, पोस्ट सेवा, खदानें ,ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री, फैक्ट्री, लगभग बंद रहेगी ।
बिजली आपूर्ति पर भी असर हो सकता है:
बैंकिंग के साथ-साथ बीमा क्षेत्र के कर्मचारी भी हड़ताल में जा सकते हैं। इसके अलावा 27 लाख से अधिक बिजली विभाग के कर्मचारी भी इस बंद में शामिल होंगे ।इसलिए बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
निजी शैक्षिक संस्थाएं प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि स्कूल कॉलेज रेलवे बाजार दुकान खुली रहेगी ।इमरजेंसी और हेल्थ केयर सेवाएं सुचारू रूप से चलेंगी।
सरकार का पक्ष
सरकार का कहना है कि यदि यूनियन्स बातचीत के लिए आगे आती है तो वह श्रम संहिताओं के सभी प्रावधानों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।