
18 जुलाई 2025: मध्य प्रदेश के भोपाल में एक ऐसा मामला सामने आया है ,जिसमें एक बांग्लादेशी नागरिक ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में करीब 25 साल से किन्नर बनकर रह रहा था।
पुलिस को खुफिया सूत्रों से पता चला की भोपाल के बुधवारा क्षेत्र में एक किन्नर की गतिविधियां कुछ संदिग्ध दिखाई दे रही थी।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया । पूछताछ में उसकी असली पहचान सामने आई।
25 साल से भारत में रह रहा बांग्लादेशी नागरिक:
पूछताछ में पता चला की अब्दुल कलाम उर्फ नेहा किन्नर करीब 25 साल पहले 17 साल की उम्र में बांग्लादेश से भारत आया था । पहले वह महाराष्ट्र में कुछ समय रहा और फिर उसके बाद भोपाल के मंगलवारा और बुधवारा क्षेत्र में रहने लगा। यहां पर उसने अपने आप को किन्नर के रूप में पहचान बनाई और अपना नाम नेहा रखा ।
नेहा नाम से ही उसने आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र और जरूरी दस्तावेज फर्जी तरीके से बनवा लिए।
संदिग्ध गतिविधियों से खुला राज:
खुफिया सूत्रों से पता चला कि एक किन्नर जिसका नाम नेहा है उसकी कुछ संदिग्ध गतिविधियां हैं । पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। जिससे उसकी असली पहचान सामने आई। उसका असली नाम अब्दुल कलाम है। और उसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में अपनी किन्नर के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है । जिसने यह फर्जी दस्तावेज बनाने में अब्दुल की मदद की थी। इन फर्जी दस्तावेजों के सहारे उसने भारत में रहने की पक्की व्यवस्था जमाई। इसके अलावा उसने बांग्लादेश की यात्रा भी की।
पुराना आपराधिक रिकॉर्ड :
भोपाल पुलिस आयुक्त ने बताया की शहर में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान का अभियान चलाया जा रहा है। जांच पूरी होने के बाद उसे बांग्लादेश डिपोर्ट करने की तैयारी की जाएगी।
करीब 5 साल पहले किन्नर काजल के साथ एक झगड़े का केस भी चल रहा है। इस केस में उसकी दो पेशियां हो चुकी हैं और अगली सुनवाई 21 जुलाई को होनी है।
अब्दुल कलाम उर्फ नेहा किन्नर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस गहराई से जांच कर रही है जिससे इसमें और भी कई लोगों के शामिल होने का पता चलेगा।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तत्काल पुलिस को दें। शहर में अवैध गतिविधियों और अपराधों में लगाम लगाई जा सके।