
दो माह पूर्व मर चुके शिक्षक का हुआ प्रमोशन!
भागलपुर शिक्षा विभाग की भारी लापरवाही सामने आई हुई है ।कैंसर से पीड़ित और गुजर चुके शिक्षक मनोज कुमार झा का नाम प्रमोशन के लिए प्रमाण पत्र जांच सूची में शामिल कर दिया गया ।परिवार ने मौत की सूचना दे दी थी, फिर भी विभाग की इस चूक ने गंभीर सवाल पैदा कर दिए हैं ।
भागलपुर के शिक्षा विभाग में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है, जहां प्रमोशन के लिए प्रमाण पत्र की जांच में मृतक शिक्षक मनोज कुमार झा का नाम भी रखा गया । जबकि 22 मार्च 2025 को कैंसर से उनका निधन हो चुका है। मनोज का नाम विभाग की प्रमोशनसूची में होना कई सवाल खड़ा करता है ।
सूची में शामिल नाम –गंभीर लापरवाही
शिवशंकरपुर मध्य विद्यालय के सहायक शिक्षक मनोज कुमार झा की मौत की जानकारी विभाग को पहले ही दी जा चुकी थी. उनके मृत्यु प्रमाण पत्र को प्रखंड कार्यालय में जमा किया गया था, जिस पर BEO ने भी हस्ताक्षर किए थे. इसके बावजूद उनका नाम प्रमोशन जांच सूची में शामिल करना विभाग की गंभीर लापरवाही है ।
प्रमोशन के लिए सूचीबद्ध शिक्षकों को आवश्यक दस्तावेज जमा करने को कहा गया—-
शिक्षकों की सूची में कुल 20 नाम शामिल हैं, जिन्हें स्नातक परीक्षित वेतनमान में पदोन्नति के लिए कई दस्तावेज जमा करने को कहा गया है जिनमें से मूल प्रमाण पत्र, प्रवेश पत्र, अंकपत्र और विभागीय अनुमति सहित दस्तावेज कार्यालय में प्रस्तुत करने को कहा गया है. हालांकि, मृतक शिक्षक का नाम जल्द ही हटाया जाएगा ।
पहले भी हुई है इसी तरह की चूक!
इसी वर्ष पहले भी 1388 शिक्षकों के अटेंडेंस न बनाने पर स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिनमें कई दिवंगत या सेवानिवृत्त शिक्षक थे. इसी तरह कहलगांव प्रखंड की दिवंगत शिक्षिका उषा कुमारी का भी नाम गलत तरीके से सूची में था । इस लापरवाही से यह उजागर होता है , कि विभाग के रिकॉर्ड प्रबंधन में सुधार की बहुत जरूरत है ।
शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी बढ़ी!
इस मामले से शिक्षा विभाग की जवाबदेही पर सवाल कई उठते हैं. । सही और अपडेटेड रिकॉर्ड बनाए बिना कर्मचारियों के भविष्य के फैसले प्रभावित हो सकते हैं । विभाग को चाहिए कि वह जल्द से जल्द इस तरह की स्थितियों को दूर करे और सिस्टम को मजबूत बनाए ।