
2 July 2025: बिहार चुनाव से पहले एनडीए के कई बड़े दलित नेताओं के बीच घमासान की स्थितियां बन गई हैं। दरअसल चिराग पासवान ने नालंदा जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए खुद को दलितों का सबसे बड़ा हितैषी बताया था। इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि चिराग पासवान में समझदारी की कमी है।
जीतन राम मांझी का कहना है की जो राजनीति में आया है उसको सिर्फ पिछड़ों के लिए ही नहीं बल्कि सब समाज के लिए सोचना चाहिए। किसी एक समाज के लिए कहना एकांगी बात होती है ।इसलिए ऐसा लगता है कि उनमें अनुभव की कमी है ।
नालंदा की रैली में बहुजन भीम संकल्प समागम में चिराग पासवान ने बिहार फर्स्ट का नारा बुलंद किया था। उन्होंने कहा था कि विपक्षी पार्टियों आरक्षण खत्म कर संविधान बदलने की बात कह रही है।अनुसूचित जाति जनजाति और अल्पसंख्यकों को डराने की कोशिश कर रही है। लेकिन जब वह केंद्र में थे तो आरक्षण और संविधान को कोई खतरा नहीं था ।
इस रैली में चिराग पासवान ने आरोप लगाया था कि उन्हें बिहार आने से रोकने की साजिश हो रही है।
अब चिराग पासवान के बहनोई और सांसद अरुण भारती ने एक वीडियो बनाकर यह बताया कि बिहार चुनाव में शाहाबाद क्षेत्र की जनता चिराग पासवान का नेतृत्व चाहती है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि चिराग पासवान किस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन इस वीडियो के आने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि चिराग पासवान शाहाबाद क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।