
मध्य प्रदेश कि मोहन सरकार ने भोजपुरी समाज के लिए एक जबरदस्त ऐलान किया है दरअसल, इस साल चुनाव होने हैं.और सियासत इसके इर्द गिर्द ही घूमेगी. चुनाव को देखते हुए भाजपा ने बिहार के उन सभी कोर वोटर्स को साधने के समीकरण बनाने शुरू कर दिये है. जो दूसरे राज्य में रहते है. बता दें कि कल यानी 23 मार्च को मध्य प्रदेश के भाजपा प्रदेश कार्यालय में बिहार दिवस मनाया गया. गौर करने वाली बात ये है कि बिहार में तो कभी मध्य प्रदेश दिवस मनाया नहीं गया. और वो मनायेंगे भी क्यों. लेकिन मध्य प्रदेश में बिहार दिवस मनाया गया. और इसकी बड़ी वजह भी है.वो ये कि यहां निवास करने वाला भोजपुरी समाज. बीजेपी कार्यालय में एक जबरदस्त सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में खुद सूबे के मुखिया सीएम मोहन यादव मौजूद रहे.उन्होंने पहले तो मध्य प्रदेश में रह रहे सभी बिहारी कार्यकर्ताओं को साधने के लिए उनका अभिवादन किया.अभिनंदन भी किया. फिर उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश और बिहार का ऐतिहासिक संबंध है उन्होंने बताया कि राजा भोज धर्म की रक्षा के लिए बिहार गए थे, जिस से भोजपुरी का संबंध राजा भोज से जुड़ा है. सीएम मोहन यादव ने ये भी ऐलान किया कि देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर भोपाल में एक पार्क बनाया जाएगा.. इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री राजू सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद, बिहार भाजपा के नेता सतपाल नरोत्तम, कैबिनेट मंत्री कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा उपस्थित रहे…सीएम ने कहा कि 1912 में बने बिहार राज्य का मप्र से गहरा नाता है… महा-जनपद काल में पाटलिपुत्र और अवंती जनपद के बीच सत्ता संचालन के संबंध थे…इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी बिहारीयों कि जमकर तारीफ कि उन्होंने कहा कि एमपी में रहने वाले भोजपुरी समाज के लोग यहां की बड़ी ताकत है.. बिहार के लोग भोपाल में रह रहे है यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है. अब इस पूरे कार्यक्रम की POLITICAL SETTING को समझते हैं. बिहार में कन्हैया कुमार भले ही पलायन रोको यात्रा कर रहे हों लेकिन ये सच है कि अन्य राज्यों की तरह बिहार के बहुत से लोग मध्य प्रदेश में भी निवास करते हैं. चाहे वो काम करते हों या फिर छात्र हों. यह बात भाजपा ठीक तरह से समझती है कि ये जो बिहारी मध्य प्रदेश में काम कर रहे हैं. उनमें से ज्यादातर लोग अपने घर बिहार जाकर ही वोट देते हैं. यानी अगर भाजपा मध्य प्रदेश में इन्हें अच्छे से ट्रीट करेगी तो इसका फायदा सीधे-सीधे बिहार में देखने को मिलेगा. मीडिया से संवाद मे सीएम मोहन यादव ने भोजपुरी समाज का सीधा कनेक्शन राजा भोज से बताया. उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि बिहार से हमारा विशेष संबंध है और बिहार की भोजपुरी भाषा राजा भोज के काल से भी जुड़ती हुई दिखाई देती है. इस बात का हमें गर्व है. उन्होंने कहा कि भोज के शासनकाल में जब आक्रांताओं ने आक्रमण किया तो मध्य प्रदेश के मालवा, इंदौर, उज्जैन के लोग पूर्वांचल क्षेत्र में रहे और बिहार में उन्हें शरण मिली जिन्हें बिहार में आज भी उज्जैनी ठाकुर के नाम से जाना जाता है.तो ये कह सकते हैं कि बिहार दिवस पर बिहार चुनाव की दस्तक मप्र में दी गई. और ये मप्र में बसे भोजपुरी समाज के लिए मोहन की मीठी वाणी निश्चित तौर पर वोटों की संख्या बढ़ाने के लिए है. आपको याद होगा जब मप्र में सीएम के लिए डॉ. मोहन यादव का नाम आया तो चर्चा इस बात की सबसे ज्यादा थी बिहार के लालू यादव और यूपी के अखिलेश यादव के लिए ये बीजेपी का जवाब है जिसे चुनाव में भुनाया जायेगा.तो यूपी के चुनाव तो 27 में हैं फिलहाल यादव कनेक्शन भी बिहार से जुड़ता नजर आ रहा है.