
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने रचा इतिहास
वडोदरा की बेटी, भारतीय सेना की शान, कर्नल सोफिया कुरैशी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद न सिर्फ देश का सीना गर्व से चौड़ा किया, बल्कि अपने भाई को फोन पर जो कहा, वह हर भारतीय के दिल को छू गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिश्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ ऑपरेशन की जानकारी साझा करने के बाद, कर्नल सोफिया ने अपने भाई मोहम्मद संजय कुरैशी को फोन किया और कहा, “धमाका कैसा लगा? मिशन पूरा हो गया है!” यह एक ऐसा पल था, जो न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का सबब बना। आइए, इस ऐतिहासिक ऑपरेशन और कर्नल सोफिया की कहानी को विस्तार से जानते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की साहसिक जवाबी कार्रवाई
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से एक ऐसी सैन्य कार्रवाई थी, जिसने दुनिया को भारत की ताकत और संकल्प का अहसास कराया। सूत्रों के मुताबिक, यह ऑपरेशन सीमा पार आतंकवाद और भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाली ताकतों के खिलाफ एक सुनियोजित और सटीक कार्रवाई थी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई, जिसके तहत भारतीय सेना ने न सिर्फ दुश्मन के इरादों को नाकाम किया, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की ताकत को रेखांकित किया।
7 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया ने विदेश सचिव विक्रम मिश्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर ऑपरेशन की बारीकियां साझा कीं। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन की सफलता, रणनीति, और भारतीय सेना की तैयारियों पर विस्तार से बात की। उनकी आत्मविश्वास भरी आवाज और स्पष्टता ने न सिर्फ मीडिया, बल्कि पूरे देश को प्रभावित किया।
कर्नल सोफिया का भाई को फोन: एक भावुक पल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, कर्नल सोफिया ने अपने भाई मोहम्मद संजय कुरैशी को फोन किया। संजय ने मीडिया से बातचीत में बताया, “मेरी बहन मेरी प्रेरणा है। हम लंबे समय से बदले की आग में जल रहे थे, लेकिन हमें कभी नहीं लगा था कि इतना बड़ा धमाका होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोफिया को देखकर हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो गया।” सोफिया ने फोन पर भाई से कहा, “मिशन पूरा हुआ, धमाका कैसा लगा? बजा डाला ना!” यह बातचीत न सिर्फ एक भाई-बहन के रिश्ते की गर्मजोशी को दर्शाती है, बल्कि उस जज्बे को भी उजागर करती है, जो भारतीय सेना के हर जवान के दिल में धधकता है।
सोफिया का परिवार: गर्व से भरा हर पल
वडोदरा में रहने वाला कुरैशी परिवार इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है। सोफिया की मां, हलीमा कुरैशी ने कहा, “हमें अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। उसने न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया।” परिवार के मुताबिक, सोफिया बचपन से ही देशसेवा के लिए समर्पित थी। उनकी मेहनत, अनुशासन, और जुनून ने उन्हें भारतीय सेना में एक सम्मानित स्थान दिलाया। संजय ने बताया कि सोफिया हमेशा से उनके लिए एक रोल मॉडल रही हैं, और इस ऑपरेशन ने उनकी बहादुरी को एक नया आयाम दिया।
सोशल मीडिया पर देशभक्ति की लहर
कर्नल सोफिया की इस उपलब्धि ने सोशल मीडिया पर एक नई लहर पैदा कर दी है। X पर कई यूजर्स ने उनके साहस और नेतृत्व की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, “कर्नल सोफिया, तुम पर गर्व है! ऑपरेशन सिंदूर ने दुश्मनों को उनकी औकात दिखा दी।” एक अन्य यूजर ने पोस्ट किया, “सोफिया और व्योमिका जैसी बेटियां भारत की ताकत हैं। जय हिंद!” #OperationSindoor और #SofiyaQureshi जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जो इस ऑपरेशन और कर्नल सोफिया की लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
कर्नल सोफिया: एक प्रेरणा का नाम
कर्नल सोफिया कुरैशी की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो देशसेवा का सपना देखता है। गुजरात के वडोदरा से निकलकर भारतीय सेना में कर्नल के पद तक पहुंचना और इतने बड़े ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाना कोई छोटी बात नहीं। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखा आत्मविश्वास, स्पष्टता, और देश के प्रति समर्पण हर भारतीय को गर्व से भर देता है। विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ उनकी जोड़ी ने यह साबित कर दिया कि भारत की बेटियां किसी से कम नहीं।
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ भारत की सैन्य ताकत को दुनिया के सामने ला खड़ा किया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करता। इस ऑपरेशन ने पड़ोसी देशों को एक स्पष्ट संदेश दिया कि भारत हर चुनौती का जवाब देने के लिए तैयार है। कर्नल सोफिया और उनकी टीम की मेहनत और साहस ने इस मिशन को ऐतिहासिक बना दिया।
धमाका कैसा लगा?” कर्नल सोफिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद भाई को कॉल, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने लिखा इतिहास
वडोदरा की बेटी, भारतीय सेना की शान, कर्नल सोफिया कुरैशी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद न सिर्फ देश का सीना गर्व से चौड़ा किया, बल्कि अपने भाई को फोन पर जो कहा, वह हर भारतीय के दिल को छू गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिश्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ ऑपरेशन की जानकारी साझा करने के बाद, कर्नल सोफिया ने अपने भाई मोहम्मद संजय कुरैशी को फोन किया और कहा, “धमाका कैसा लगा? मिशन पूरा हो गया है!” यह एक ऐसा पल था, जो न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का सबब बना। आइए, इस ऐतिहासिक ऑपरेशन और कर्नल सोफिया की कहानी को विस्तार से जानते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की साहसिक जवाबी कार्रवाई
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की ओर से एक ऐसी सैन्य कार्रवाई थी, जिसने दुनिया को भारत की ताकत और संकल्प का अहसास कराया। सूत्रों के मुताबिक, यह ऑपरेशन सीमा पार आतंकवाद और भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाली ताकतों के खिलाफ एक सुनियोजित और सटीक कार्रवाई थी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई, जिसके तहत भारतीय सेना ने न सिर्फ दुश्मन के इरादों को नाकाम किया, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की ताकत को रेखांकित किया।
7 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया ने विदेश सचिव विक्रम मिश्री और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर ऑपरेशन की बारीकियां साझा कीं। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन की सफलता, रणनीति, और भारतीय सेना की तैयारियों पर विस्तार से बात की। उनकी आत्मविश्वास भरी आवाज और स्पष्टता ने न सिर्फ मीडिया, बल्कि पूरे देश को प्रभावित किया।
कर्नल सोफिया का भाई को फोन: एक भावुक पल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, कर्नल सोफिया ने अपने भाई मोहम्मद संजय कुरैशी को फोन किया। संजय ने मीडिया से बातचीत में बताया, “मेरी बहन मेरी प्रेरणा है। हम लंबे समय से बदले की आग में जल रहे थे, लेकिन हमें कभी नहीं लगा था कि इतना बड़ा धमाका होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोफिया को देखकर हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो गया।” सोफिया ने फोन पर भाई से कहा, “मिशन पूरा हुआ, धमाका कैसा लगा? बजा डाला ना!” यह बातचीत न सिर्फ एक भाई-बहन के रिश्ते की गर्मजोशी को दर्शाती है, बल्कि उस जज्बे को भी उजागर करती है, जो भारतीय सेना के हर जवान के दिल में धधकता है।
सोफिया का परिवार: गर्व से भरा हर पल
वडोदरा में रहने वाला कुरैशी परिवार इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है। सोफिया की मां, हलीमा कुरैशी ने कहा, “हमें अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। उसने न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया।” परिवार के मुताबिक, सोफिया बचपन से ही देशसेवा के लिए समर्पित थी। उनकी मेहनत, अनुशासन, और जुनून ने उन्हें भारतीय सेना में एक सम्मानित स्थान दिलाया। संजय ने बताया कि सोफिया हमेशा से उनके लिए एक रोल मॉडल रही हैं, और इस ऑपरेशन ने उनकी बहादुरी को एक नया आयाम दिया।
सोशल मीडिया पर देशभक्ति की लहर
कर्नल सोफिया की इस उपलब्धि ने सोशल मीडिया पर एक नई लहर पैदा कर दी है। X पर कई यूजर्स ने उनके साहस और नेतृत्व की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, “कर्नल सोफिया, तुम पर गर्व है! ऑपरेशन सिंदूर ने दुश्मनों को उनकी औकात दिखा दी।” एक अन्य यूजर ने पोस्ट किया, “सोफिया और व्योमिका जैसी बेटियां भारत की ताकत हैं। जय हिंद!” #OperationSindoor और #SofiyaQureshi जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जो इस ऑपरेशन और कर्नल सोफिया की लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
कर्नल सोफिया: एक प्रेरणा का नाम
कर्नल सोफिया कुरैशी की कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है, जो देशसेवा का सपना देखता है। गुजरात के वडोदरा से निकलकर भारतीय सेना में कर्नल के पद तक पहुंचना और इतने बड़े ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाना कोई छोटी बात नहीं। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखा आत्मविश्वास, स्पष्टता, और देश के प्रति समर्पण हर भारतीय को गर्व से भर देता है। विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ उनकी जोड़ी ने यह साबित कर दिया कि भारत की बेटियां किसी से कम नहीं।
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ भारत की सैन्य ताकत को दुनिया के सामने ला खड़ा किया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करता। इस ऑपरेशन ने पड़ोसी देशों को एक स्पष्ट संदेश दिया कि भारत हर चुनौती का जवाब देने के लिए तैयार है। कर्नल सोफिया और उनकी टीम की मेहनत और साहस ने इस मिशन को ऐतिहासिक बना दिया।