
29 जुलाई 2025: समाजवादी पार्टी की सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीदी ने जो बयान दिए हैं ,उस पर बहुत बवाल मचा हुआ है । सभी अपने-अपने तरीके से विरोध दिखा रहे हैं।
मामला कहां से शुरू हुआ:
ये मामला तब शुरू हुआ जब कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने एक मस्जिद का दौरा किया था। और उस दौरे की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई।
मस्जिद में डिंपल यादव के पहनावे को लेकर मौलाना साजिद रशीदी ने एक विवादित बयान दे डाला।
मौलाना का बयान:
मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता ,किंतु उन्हें सब जानते हैं।
उनका इशारा अखिलेश यादव की तरफ था। उन्होंने कहा उनके साथ जो मोहतरमा थी, वह मस्जिद के अंदर मुस्लिम लिबास में नहीं थी ।मस्जिद के अंदर दो औरतें थी। एक महिला अपने मुस्लिम लिबास में थी। उसके सिर पर दुपट्टा था और दूसरी डिंपल यादव जो साड़ी पहने हुए थी । बिना सर ढके हुए डिंपल यादव को लेकर उन्होंने बहुत कुछ सवाल उठाए हैं । मौलाना का कहना था कि उनकी पीठ खुली हुई थी ।उनका पीठ का फोटो देख लीजिए। मैं आपको फोटो दिखाता हूं । आप भी वह फोटो देखकर शर्मा जाएंगे। उनके पीठ का फोटो देख लीजिए …. बैठी है । ऐसा विवादित बयान देकर मौलाना खुद ही बुरी तरह घिर गए हैं।
मौलाना ने सिर पर बिना ढंके हुए डिंपल यादव को लेकर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मंदिर में भी महिलाएं ढक कर जाती हैं।
अपने बयान पर खुद ही फंसे मौलाना:
डिंपल यादव के पहनावे को लेकर दिए विवादित बयान पर मौलाना खुद ही घिर गए हैं। उनके खिलाफ कई प्रदर्शन हो रहे हैं । यहां तक कि FIR भी हो चुकी है । उनके खिलाफ संसद में प्रदर्शन हो रहे हैं और कई सांसद उनके खिलाफ एकजुट हो गए हैं।
मौलाना साजिद का कहना है कि उन्होंने डिंपल यादव पर कोई भी विवादित बयान नहीं दिया है। ऐसा कुछ भी नहीं कहा है जिस पर मेरे खिलाफ कार्रवाई हो। मौलाना अभी अपने बयान पर अड़े हुए हैं। मौलाना के बयान पर हंगामा होने के बाद अपने बयान पर सफाई देते हुए मौलाना का कहना है की डिंपल यादव को सपा सांसद इकरा हसन से ही मस्जिद में जाने की सीख ले लेनी चाहिए थी।
कौन है मौलाना साजिद रशीदी:
मौलाना साजिद रशीदी मस्जिदों के इमामों के अध्यक्ष हैं। वे भारत में ऑल इंडिया इमाम संगठन के अध्यक्ष हैं। मौलाना साजिद रशीदी हमेशा अपने धार्मिक और सामाजिक बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं । कई ऐसे मौके होते हैं, जिस पर वे विवादास्पद बयान देते हैं ।उनके कई बयानों पर हंगामा होते रहते हैं ।
भाजपा क्यों कर रही डिंपल का समर्थन:
मौलाना रशीदी के इस विवादास्पद बयान पर भाजपा ने सोमवार को संसद परिसर में
विरोध प्रदर्शन किया। किंतु समाजवादी पार्टी के किसी भी नेता की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई।
अखिलेश की चुप्पी पर सवाल:
मौलाना के बयान के बाद संसद से लेकर सड़क तक डिंपल यादव के मान सम्मान के लिए बीजेपी और एनडीए के सांसद संघर्ष कर रहे हैं। किंतु मौलाना के इस बयान के बाद अखिलेश यादव पर भी सांसद तंज कस रहे हैं । भाजपा नेता बीजेपी के MLC सुभाष यदुवंशी ने अखिलेश यादव पर तंज करते हुए लिखा है कि जो अपनी पत्नी के मान सम्मान की रक्षा नहीं कर सकते ,इस बयान पर चुप्पी साधे हुए हैं ।वह प्रदेश की बहन बेटियों की क्या सुरक्षा करेंगे । भाजपा नेता ने अखिलेश यादव की इस चुप्पी को धिक्कार योग्य बताया है। और उनके नेतृत्व पर कई सवाल खड़े किए हैं।
अखिलेश यादव ने पत्रकारों से हुए सवाल-जवाब में बस इतना ही कहा कि’ जो कपड़े हम संसद में पहनते हैं हम वही ड्रेस पहन कर जाएंगे ‘
किंतु बीजेपी का यह आरोप है कि अखिलेश यादव मुस्लिम वोट बैंक के लिए साजिद रशीदी के बयान पर चुप्पी साधे हुए हैं।
डिंपल यादव का बयान:
इस टिप्पणी के विरोध में एनडीए के सांसदों ने संसद में जब विरोध प्रदर्शन किया उस पर डिंपल यादव का कहना है कि यह प्रदर्शन तब क्यों नहीं हुआ जब मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार किए जा रहे थे। बेहतर होता कि यदि वह मणिपुर की घटना पर विरोध प्रदर्शन करते। और जब सेना की महिला अधिकारी पर भाजपा नेताओं ने कई विवादित बयान दिए थे, विवादित टिप्पणी की थी, तब उस समय यह विरोध प्रदर्शन किया जाता।
इकरा हसन का बयान:
मस्जिद में डिंपल यादव के साथ सपा सांसद इकरा हसन भी मौजूद थी।
मौलाना ने एक टिप्पणी में कहा की डिंपल यादव को इकरा हसन से सीख लेनी चाहिए थी। इस पर इकरा हसन ने कहा कि एक महिला जनप्रतिनिधि पर ऐसी टिप्पणी करना बेहद शर्मनाक है । और ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। ये कोई धर्म के ठेकेदार नहीं है । यह कोई धर्म गुरु नहीं है। और महिला पर ऐसी टिप्पणी करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है। इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष का बयान:
मौलाना की इस अभद्र टिप्पणी को लेकर भाजपा ने समाजवादी पार्टी को ही निशाने पर ले लिया है । भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि अखिलेश यादव सत्ता की लालसा में ही पत्नी का अपमान सह रहे हैं । मुस्लिम वोट बैंक के लिए पत्नी के अपमान पर चुप्पी साधे हुए हैं। पत्नी का अपमान या मुस्लिम वोट बैंक! इसीलिए वह मौलाना के खिलाफ कुछ नहीं बोल पा रहे।
भाजपा के महिला सांसदों में बेहद नाराजगी है। उन्होंने कहा यह महिलाओं का अपमान है और बेहद शर्मनाक है।
महिलाओं के साड़ी पहनने पर अभद्र टिप्पणी की गई है। और जो समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता हैं ,वह इस पर मौन है।
क्षेत्रीय अध्यक्ष ने यह भी कहा कि अगर ऐसी टिप्पणी किसी अन्य धर्म के लोगों द्वारा की गई होती तो सपा के मुस्लिम नेताओं ने आसमान सिर पर उठा लिया होता। किंतु यह बयान एक मुस्लिम मौलाना ने दिया है । इसलिए कोई भी समाजवादी पार्टी का नेता कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा।
बांसुरी स्वराज का बयान:
भाजपा की सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि पूरा विपक्ष महिलाओं के इस अपमान पर क्यों चुप्पी साधे हुए हैं । डिंपल यादव की खुद की पार्टी क्यों चुप है । उनके पति ने भी अभी तक इस बारे में कोई बयान क्यों नहीं दिया। क्या तुष्टिकरण की राजनीति ज्यादा जरूरी है कि एक महिला सांसद की गरिमा ज्यादा महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा भाजपा की एक दूसरी सांसद हैं -धर्मशीला गुप्ता, उन्होंने कहा कि यह केवल डिंपल यादव का अपमान नहीं है बल्कि यह पूरी देश की महिलाओं का अपमान है। किंतु समाजवादी के पार्टी के शीर्ष नेता, जिनकी पत्नी का अपमान हुआ है ,वह इस मामले में क्यों चुप्पी साधे हुए हैं। वह अगर अपने घर की महिलाओं के लिए नहीं खड़े हो सकते तो वे देश प्रदेश की महिलाओं की, बहन बेटियों की क्या रक्षा कर पाएंगे ! उन्हें राजनीति छोड़ देना चाहिए और मौलाना से कहना चाहिए कि सभी महिलाओं से माफी मांगे।