
9 जुलाई 2025 : आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है। गुरु पूर्णिमा का दिन गुरु और मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन पूरी विधि विधान से मां लक्ष्मी और चंद्रमा की उपासना की जाती है।
गुरु पूर्णिमा 2025 शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:10–4:50 बजे
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:59–12:54 बजे
- विजय मुहूर्त: दोपहर 12:45–3:40 बजे
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:21–7:41 बजे
गुरु पूर्णिमा में पूजन कैसे करें
1..सबसे पहले तो पवित्र जल में स्नान करें या घर में ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें ।
2..माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का जलाभिषेक करें और पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक करें ।
3..माता लक्ष्मी को लाल चंदन और लाल रंग के फूल और श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें और घी का दीपक जलाएं।
4.. गुरु पूर्णिमा की व्रत का कथा का पाठ करें और व्रत करें।
5..लक्ष्मी सुक्तम और श्री सूक्त का पाठ करें ।
6..इस दिन सत्यनारायण की कथा करने का भी विधान है।
7.. पूजन के बाद आरती करें और भोग लगाएं।
8..शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य दे ।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी की पूजा करना बेहद फलदाई होता है ।इस दिन विधिवत पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं ।
गुरु पूर्णिमा का दिन बेहद शुभ होता है। इस दिन कुछ उपाय करने से महालक्ष्मी की कृपा होती है ।
गुरु पूर्णिमा पर करें यह उपाय
माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए गुरु पूर्णिमा पर करें यह उपाय —
1..गुरु पूर्णिमा के दिन दूध से बनी हुई खीर का माता को भोग लगाएं।
2..घर में लक्ष्मी जी के स्थाई वास के लिए मुख्य द्वार पर आम के पत्तों से बना हुआ तोरण लगाएं।
3..इस दिन मैन तुलसी की पूजा अर्चना का विधिवत पूजन करने से मां लक्ष्मी स्थिर वास करती हैं ।
4..सुबह-शाम तुलसी के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और पूजन करें ।
5..गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की भी पूजा का विधान है । पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और घी का दीप जलाएं ।
गुरु को मजबूत करने हेतु उपाय
1..सुख समृद्धि प्राप्त करने के लिए भगवान विष्णु को पीले रंग की मिठाई और पीले वस्त्र अर्पित करें ।
2..केले का दान करें और गन्ने का रस शिवलिंग पर चढ़ाएं।
3..केले के पौधे पर हल्दी वाला जल चढ़ाएं ।
4..पीले रंग के वस्त्र पहने। काले और नीले रंग के वस्त्रों से परहेज करें।
5.. किसी जरूरतमंद को चने की दाल दान करें।
6.. एक आटे की लोई में चने की दाल हल्दी और गुड़ मिलाकर गौ माता को खिलाएं।