
ये गर्व की बात है कि इस्लामिक कंट्री पाकिस्तान में हिंदू महिलाएं सफलता की सीढ़ियां चढ़ रही हैं। एक के बाद एक कई महिलाओं ने वो मुकाम हासिल किया है जिसके बारे में जान ही गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। वैसे तो कहा जाता है कि पाकिस्तान में महिलाओं की शिक्षा को कम तवज्जो दी जाती है। मगर सना रामचंद से लेकर कशिश चौधरी और मनीषा रोपेटा जैसी महिलाओं ने ये साबित कर दिया कि शिक्षा किसी बंधन की मोहताज नहीं है।
कौन हैं सना रामचंद ?
हिंदू महिला सना रामचंद गुलवानी का नाम भी इस लिस्ट में आता है जिन्होंने साल 2020 में सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (सीएसएस) की परीक्षा पास की थी। वो पहली हिंदू महिला थीं जिन्होंने सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेज (सीएसएस) की परीक्षा पास की थी। पाकिस्तान के मशहूर ‘डॉन’ अखबार ने जानकारी दी थी कि उन्होंने अटक जिले के हसन अब्दाल शहर के सहायक आयुक्त और प्रशासक के रूप में पदभार संभाला है। बता दें कि सना ने पहली बार में ही CSS की परीक्षा पास कर ली थी। उन्होंने साल 2016 में मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की प्राप्त की थी।
कौन हैं मनीषा रोपेटा ?
मनीषा रोपेटा पाकिस्तान में सिंध पुलिस की पहली हिंदू महिला थीं जिन्होंने 2021 में सिंध लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की थी। मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी मनीषा के लिए ये बड़ी बात थी, लेकिन उनकी मेहनत रंग लाई। DSP के पद पर तैनात मनीषा रोपेटा ने सिंध पुलिस में काफी योगदान दिया और उसकी छवि बदली। मनीषा रोपेटा ने छोटी उम्र में ही पिता को खो दिया था। मनीषा ने बताया था कि पिता के निधन के बाद उनके भाई ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और साहस बढ़ाया।
पाकिस्तान में
कशिश चौधरी का कमाल !
जो बलूचिस्तान में बनीं असिस्टेंट कमिश्नर?
25 साल की हिंदू लड़की ने बलूचिस्तान में रचा इतिहास!
पाकिस्तान के बलूचिस्तान से 25 साल की हिंदू युवती कशिश चौधरी ने वो मुकाम हासिल किया है, जो आज तक अल्पसंख्यक समुदाय की किसी महिला को नहीं मिला।
- कशिश चौधरी अब बलूचिस्तान की पहली हिंदू महिला असिस्टेंट कमिश्नर बन गई हैं।उन्होंने यह सफलता बलूचिस्तान लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास करके हासिल की है। यह न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पाकिस्तान में रह रहे तमाम अल्पसंख्यक समुदायों के लिए गर्व का पल है ।
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पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक हिंदू लड़की ने इतिहास रचते हुए असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर नियुक्ति पाई है । कशिश चौधरी 25 साल की हैं, जो बलूचिस्तान की पहली हिंदू महिला असिस्टेंट कमिश्नर बनी हैं । उनकी यह उपलब्धि न केवल पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू समुदाय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि वहां की हिंदू महिलाओं की शिक्षा और समाज में उनकी भागीदारी को लेकर एक संदेश है ।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक हिंदू लड़की ने इतिहास रचते हुए असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर नियुक्ति पाई है । कशिश चौधरी 25 साल की हैं, जो बलूचिस्तान की पहली हिंदू महिला असिस्टेंट कमिश्नर बनी हैं ।उनकी यह उपलब्धि न केवल पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू समुदाय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि वहां की हिंदू महिलाओं की शिक्षा और समाज में उनकी भागीदारी को लेकर एक संदेश है ।