
पाकिस्तान का कुल वर्ग बलूचिस्तान को मिलाकर 881,913 वर्ग किलोमीटर है ।अगर बलूचिस्तान पाकिस्तान से अलग होता है तो पाकिस्तान का कुल एरिया 534723 वर्ग किलोमीटर बचेगा ।
*पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांतों में से एक होने के बावजूद , बलूचिस्तान क्षेत्र अपेक्षाकृत अविकसित और सबसे कम आबादी वाला बना नौहुआ है।
*बलूचिस्तान तीन देशों – पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान – में फैला हुआ है ।पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, बलूचिस्तान के क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा है ।बलूचिस्तान में हिंदुओं की आबादी कितनी है?
बलूचिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या लगभग 59,107 है, जो प्रांत की कुल आबादी का 0.4% है। 2017 की जनगणना के अनुसार, बलूचिस्तान की कुल आबादी का लगभग 99% मुस्लिम था ।
- पाकिस्तानी बलूचिस्तान:
पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत, बलूचिस्तान क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत भी है. - ईरानी बलूचिस्तान:
ईरान में बलूचिस्तान प्रांत, बलूचिस्तान क्षेत्र का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है. - अफगान बलूचिस्तान:
अफगानिस्तान में भी बलूचिस्तान क्षेत्र के कुछ हिस्से शामिल हैं, जिसमें निमरुज़, हेलमंद और कंधार प्रांत शामिल हैं ।
*इसलिए, बलूचिस्तान क्षेत्र तीन देशों में विभाजित है, और पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत उसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है ।
बलूचिस्तान प्रांत पाकिस्तान का सबसे कम आबादी वाला प्रांत है और क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा प्रांत है, जो 37 जिलों और आठ डिवीजनों में विभाजित है।
*”हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के पहले बलूचिस्तान 11 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। हिन्दुस्तान की आजादी से 3 दिन पहले ही बलूचिस्तान को आजाद कर दिया था। यह बात सभी जानते थे।
1876 में, उत्तरी बलूचिस्तान ब्रिटिश भारत का हिस्सा बन गया । 1823 में दुर्रानी साम्राज्य के पतन के बाद, बलूचिस्तान में चार रियासतों को मान्यता दी गई और उन्होंने ब्रिटिश संरक्षण में अपनी स्वतंत्रता बनाए रखी: मकरान, खारान, लास बेला और कलात।
बलूचिस्तान प्रांत पाकिस्तान का सबसे कम आबादी वाला प्रांत है और क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा प्रांत है, जो 37 जिलों और आठ डिवीजनों में विभाजित है।
ये बलूचिस्तान पाकिस्तान से क्यों अलग होना चाहता है ?
**बलूचिस्तान में बगावत का सबसे मुख्य कारण पाकिस्तान में इस क्षेत्र और यहां की आबादी के साथ भेदभाव है। बलूचिस्तान में पाकिस्तान के सबसे ज्यादा खनिज हैं लेकिन ये आर्थिक विकास में सबसे पिछड़ा इलाका है। बलूचिस्तान से लगे ग्वादर पोर्ट को पाकिस्तान ने चीन के हवाले किया लेकिन प्रोजेक्ट से बलूचिस्तान को कोई भी फायदा नहीं हुआ।
यह जानकर आश्चर्य होता है कि आज भी मराठा उपजाति बलूच जनजातियों का हिस्सा है । शुरू में, इन योद्धाओं के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय था। उन्हें ऐसे क्षेत्र में छोड़ दिया गया था जहाँ कोई खेत नहीं था क्योंकि पूरा क्षेत्र शुष्क था। वे पानी का स्रोत खोजने में कामयाब रहे और कुछ खेती करने लगे।
**विस्तार से:
- 2017 की जनगणना:
बलूचिस्तान में हिंदुओं की संख्या लगभग 49,133 थी, जो प्रांत की कुल जनसंख्या का 0.4% था. - हाल के अनुमान:
पाकिस्तान हिंदू परिषद बलूचिस्तान में 117,345 हिंदुओं का अनुमान लगाती है. - प्रांत में धर्म:
बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक प्रांत है, जहां अधिकांश जनसंख्या मुस्लिम है. - श्री हिंगलाज माता मंदिर:
बलूचिस्तान में श्री हिंगलाज माता मंदिर है, जो पाकिस्तान में सबसे बड़ा हिंदू तीर्थस्थल है.
बलूच लोगों का धर्म क्या है?
बलूच लोग, जो मुख्य रूप से सुन्नी मुसलमान हैं , अपनी विशिष्ट धार्मिक प्रथाओं को बनाए रखते हैं जो उनकी सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न अंग हैं। शिया बहुल ईरान में धार्मिक अल्पसंख्यक होने के बावजूद, उन्होंने इस्लाम की अपनी अनूठी व्याख्या को संरक्षित रखा है, जो उनके सामाजिक और सांप्रदायिक जीवन को प्रभावित करती है।
**बलूचिस्तान पाकिस्तान से क्यों अलग होना चाहता है?
बलूचिस्तान में बगावत का सबसे मुख्य कारण पाकिस्तान में इस क्षेत्र और यहां की आबादी के साथ भेदभाव है।
बलूचिस्तान में पाकिस्तान के सबसे ज्यादा खनिज हैं। लेकिन ये आर्थिक विकास में सबसे पिछड़ा इलाका है। बलूचिस्तान से लगे ग्वादर पोर्ट को पाकिस्तान ने चीन के हवाले किया लेकिन इस प्रोजेक्ट से बलूचिस्तान को कोई भी फायदा नहीं हुआ।