INS विक्रांत से रक्षा मंत्री की हुंकार, “हमारी ताकत देख दुनिया दंग”

भारत की गर्जना, पाकिस्तान की पुकार

भारत ने हाल ही में अपनी सैन्य ताकत का ऐसा प्रदर्शन किया कि पड़ोसी देश पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर मदद की गुहार लगानी पड़ी। अरब सागर में तैनात भारत के स्वदेशी युद्धपोत INS विक्रांत ने न केवल अपनी ताकत का लोहा मनवाया, बल्कि भारत की नौसैनिक शक्ति को एक नई ऊंचाई दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत पर सवार नौसैनिकों से मुलाकात की और उनकी हौसला-अफजाई करते हुए कहा, “हमारी ताकत ने दुश्मन को घुटनों पर ला दिया है। दुनिया ने देखा कि भारत की शांति उसकी कमजोरी नहीं, बल्कि उसकी ताकत का प्रतीक है।” यह बयान न केवल भारत की सैन्य क्षमता को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर देश के बढ़ते प्रभाव को भी रेखांकित करता है।

पाकिस्तान की बौखलाहट, दुनिया से लगाई गुहार

पाकिस्तान, जो लंबे समय से आतंकवाद को पनाह देने के लिए कुख्यात रहा है, भारत के हालिया सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पूरी तरह बौखला गया है। भारत की नौसेना ने अरब सागर से ऐसी रणनीतिक कार्रवाई की कि पाकिस्तानी नौसेना को अपनी सीमाओं में ही कैद होना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों और INS विक्रांत की ताकत ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसके बाद पाकistan ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत को रोकने की अपील की। लेकिन वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की यह गुहार बेकार साबित हुई, क्योंकि भारत का यह कदम आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई थी।

INS विक्रांत: भारत का अजेय गौरव

INS विक्रांत, भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत, इस अभियान में भारत की ताकत का प्रतीक बना। इस युद्धपोत पर मिग-29 जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट्स और जल्द ही तैनात होने वाले 26 राफेल मरीन जेट्स ने इसे और भी घातक बना दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसैनिकों से मुलाकात के दौरान कहा, “INS विक्रांत केवल एक युद्धपोत नहीं, बल्कि भारत के आत्मनिर्भरता और साहस का प्रतीक है। आपने दिखा दिया कि हमारी नौसेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।” उनके इस बयान ने न केवल नौसैनिकों का मनोबल बढ़ाया, बल्कि देशवासियों में भी गर्व की भावना जागृत की।

‘ऑपरेशन सिंदूर’: आतंक पर करारा प्रहार

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात कही गई है। इस अभियान में भारतीय सशस्त्र बलों ने सटीकता, सावधानी और मानवीय दृष्टिकोण के साथ पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। रक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा, “हमने आतंक के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई का अधिकार इस्तेमाल किया। यह ऑपरेशन भारत की संप्रभुता पर हुए हमले का जवाब था।” इस अभियान ने न केवल पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त किया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत अब हर चुनौती का जवाब देने के लिए तैयार है।

पाकिस्तान की नाकामी, शहबाज की स्वीकारोक्ति

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में अपनी सेना की नाकामी को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों ने उनके कई सैन्य ठिकानों, रावलपिंडी एयरबेस सहित, को तबाह कर दिया। शहबाज ने यह भी कबूल किया कि वे जवाबी कार्रवाई की योजना बना रहे थे, लेकिन भारत की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ने उन्हें ऐसा करने का मौका ही नहीं दिया। यह स्वीकारोक्ति पाकिस्तान की सैन्य और कूटनीतिक कमजोरी को उजागर करती है।

वैश्विक मंच पर भारत का दबदबा

भारत की इस कार्रवाई ने वैश्विक समुदाय को यह संदेश दिया कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में किसी भी हद तक जा सकता है। रक्षा मंत्री ने नौसैनिकों से कहा, “आपने न केवल पाकिस्तान को, बल्कि पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत की ताकत को कम आंकना भारी भूल होगी।” यह बयान भारत की नई और आक्रामक विदेश नीति का प्रतीक है, जो न केवल क्षेत्रीय, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रभावी है।

नौसैनिकों का अदम्य साहस

INS विक्रांत पर तैनात नौसैनिकों की बहादुरी और समर्पण की रक्षा मंत्री ने जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “हमारे नौसैनिकों ने चुपके से, लेकिन प्रभावी ढंग से, पाकिस्तानी नौसेना को समुद्र में ही रोक दिया। अगर वे बाहर निकलते, तो परिणाम और भी विनाशकारी होते।” यह बयान नौसैनिकों के अनुशासन और उनकी रणनीतिक क्षमता को दर्शाता है।

सोशल मीडिया पर भारत की जय-जयकार

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भारत की सैन्य ताकत और INS विक्रांत की चर्चा जोरों पर रही। यूजर्स ने नौसेना की तारीफ करते हुए इसे भारत का गौरव बताया। कई लोगों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को ऐतिहासिक करार दिया, जबकि कुछ ने इसे भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक बताया। रक्षा मंत्री के बयान और नौसैनिकों की बहादुरी ने देशवासियों में जोश भर दिया।

भारत का अजेय संकल्प

भारत की इस कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान को सबक सिखाया, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की ताकत को भी स्थापित किया। INS विक्रांत और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने यह साबित कर दिया कि भारत अब न तो झुकेगा और न ही रुकेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह बयान कि “हमारी शांति हमारी ताकत है” न केवल नौसैनिकों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह घटना भारत के साहस, संकल्प और आत्मनिर्भरता की कहानी है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।

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