
BCCI कैसे सत्यापित करता है खिलाड़ियों की उम्र?
राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी IPL 2025 में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। 27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव ने 19 अप्रैल 2025 को IPL डेब्यू किया और 28 अप्रैल को 35 गेंदों में शतक जड़कर इतिहास रच दिया। हालांकि, उनकी असाधारण प्रतिभा के साथ उनकी उम्र पर सवाल उठ रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि उनकी शारीरिक बनावट और खेल का स्तर 14 साल की उम्र से मेल नहीं खाता। इस बीच, उनके पिता और BCCI ने इन दावों का खंडन किया है। आइए जानते हैं कि BCCI खिलाड़ियों की उम्र की जांच कैसे करता है।BCCI का उम्र सत्यापन प्रक्रिया:BCCI खिलाड़ियों की उम्र सत्यापित करने के लिए कड़े नियमों का पालन करता है। मुख्य प्रक्रिया में शामिल हैं: आधिकारिक दस्तावेज: खिलाड़ियों को जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट और स्कूल रिकॉर्ड जैसे सरकारी दस्तावेज जमा करने होते हैं। वैभव के मामले में, उनके पिता ने जन्म प्रमाण पत्र और BCCI रिकॉर्ड के आधार पर उनकी उम्र 14 साल होने की पुष्टि की। बोन एज टेस्ट: अगर दस्तावेजों पर संदेह होता है, तो BCCI ट्विस्कर-क्लार्क विधि (TW3) का उपयोग करके हड्डियों की उम्र का परीक्षण करता है। यह टेस्ट कलाई और हाथ की हड्डियों के एक्स-रे के आधार पर उम्र का अनुमान लगाता है। डेटाबेस और रजिस्ट्रेशन: BCCI का सेंट्रल रजिस्ट्रेशन सिस्टम खिलाड़ियों की जानकारी को ट्रैक करता है। वैभव के मामले में, उनकी जन्म तिथि BCCI, ESPNcricinfo और राजस्थान रॉयल्स की वेबसाइट पर दर्ज है।वैभव पर विवाद क्यों?वैभव की उम्र पर सवाल उनकी शानदार बल्लेबाजी और शारीरिक बनावट के कारण उठे। हालांकि, उनके पिता ने कहा कि वैभव की प्रतिभा कड़ी मेहनत और जल्दी प्रशिक्षण का नतीजा है। BCCI ने भी उनकी उम्र पर कोई संदेह नहीं जताया। निष्कर्ष:BCCI की उम्र सत्यापन प्रक्रिया पारदर्शी और वैज्ञानिक है। वैभव सूर्यवंशी की उम्र को लेकर उठ रहे सवालों के बावजूद, कोई ठोस सबूत नहीं है जो उनकी जन्म तिथि पर सवाल उठाए। यह विवाद उनकी प्रतिभा को कम नहीं करता, बल्कि युवा खिलाड़ियों पर पड़ने वाले दबाव को उजागर करता है।