
2 साल की लैब्रा डॉगी के लिए 4 साल के लैब्रा डॉग ने किया रक्तदान
अशोकनगर जिले में वेटेनरी अस्पताल में पहली बार एक कुत्ते ने दूसरे कुत्ते को ब्लड डोनेट कर जान बचाई है। प्रेग्नेंट डॉगी ‘डेजी’ को काफी दिनों से ब्लीडिंग हो रही थी। उसे तुरंत ब्लड चढ़ाने की जरूरत थी। इस बार कई बार ब्लड डोनेट कर चुके पुलिस कॉन्स्टेबल के डॉगी गूगल ने पहली बार रक्तदान कर दो जान बचाई
अक्सर हमने इंसान को इंसान के लिए रक्तदान कर जान बचाने के मामले खूब सुने हैं। लेकिन वही कभी जानवर की जान बचाने के लिए एक दूसरे जानवर ने रक्तदान किया यह नहीं सुना होगा। ऐसा हैरान करने वाला मामला एमपी के अशोकनगर में सामने आया। यहां 2 वर्ष की लैब्रा डॉगी (डेजी) के लिए 4 वर्ष के लैब्रा डॉग(गूगल) ने रक्तदान कर जान बचाई है।
दरअसल, जिला पशु चिकित्सालय में ऐसा नजारा देखने को मिला जिसे देख हर कोई भाव विभोर हो गया था। शहर के रहने वाले सोनू रघुवंशी की दो वर्ष की लैब्रा डॉगी है। उसका नाम डेजी है जो 35 दिन की प्रेग्नेंट थी। पिठले कई दिनों से इस डॉगी के प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग हो रही थी। उस डॉगी के केयर टेकर उसका इलाज पशु चिकित्सालय में करा रहे थे।
प्रेग्नेंट डॉगी की ब्लीडिंग रोकने के साथ ही ब्लड की पूर्ति के प्रयास किए जा रहे थे। इसलिए डॉगी को कई तरह की दवाइयां दी जा रही थी। लेकिन हालात उसकी नाजुक हो गई और डॉक्टर ने डॉगी मालिक को ब्लड चढ़ाने की सलाह दी। ब्लड भी किसी अन्य डॉग का ही लग सकता है। जिसके बाद उन्होंने शहर के डॉग ट्रेनर हीरेंद्र रघुवंशी से संपर्क किया गया। उन्होंने अपने चार वर्ष के गूगल नाम के डॉग से रक्तदान करवाया।
अशोकनगर थाने में पदस्थ पुलिस कॉस्टेबल हीरेंद्र रघुवंशी ने कहा कि वह 14 बार रक्तदान कर चुके हैं। वह रक्तदान करते रहते हैं। जब पशु चिकित्सालय पर पहुंचे और उनके सामने ऐसा मामला आया। जिसमें उन्होंने अपने डॉग के ब्लड डोनेशन करने का निर्णय लिया। साथ ही उसका रक्तदान करवाया। इस बीच पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सकों ने ब्लड की जांच भी की गई। इसके बाद दोनों का ब्लड मैच कर उसे चढ़ाया गया।