
28 जुलाई 2025: मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है।
जिसमें कई जिलों में अधिक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी है ।जबकि कई अन्य जिलों में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।
मध्य प्रदेश में बारिश का 50% कोटा पूरा हो चुका है जिसमें से तवा, बरगी हरसी, भरना और बकरा समेत 60% दम भी फुल हो चुके हैं 10 से अधिक दाम खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गए हैं।
दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। अलग-अलग स्थान पर बनी इस प्रभावी मौसम प्रणालियों का असर पूरे प्रदेश में हो रहा है । जिससे कहीं अति बारिश कहीं मध्यम बारिश हो रही है।
राजधानी भोपाल में सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। इसके अलावा शिवपुरी, बैतूल, विदिशा, छिंदवाड़ा ,शिवपुरी और कई अन्य जिलों में भारी बारिश का की चेतावनी दी गई है।
बारिश का रेड ऑरेंज अलर्ट जारी:
मौसम विभाग के अनुसार रतलाम मंदसौर नीमच जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं विदिशा, राजगढ़ ,बड़वानी ,अलीराजपुर, झाबुआ, धार, उज्जैन ,आगर ,गुना, अशोक नगर ,शिवपुरी , जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज जारी किया गया है ।
इसके अलावा रायसेन ,सीहोर, नर्मदा पुरम ,इंदौर, देवास ,शाजापुर, ग्वालियर, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, सागर जिलों में भारी बारिश के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
डैम का जलस्तर बढ़ा:
शिवपुरी में अटल सागर डैम के 6 गेट खोल दिए गए हैं। जिससे नर्मदा नदी में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है ।इसके अलावा तवा डैम के तीन गेट खेल खोले गए हैं ।इसी प्रकार इंदिरा सागर डैम के 12 और ओंकारेश्वर डैम के नौ गेट खोल दिए गए हैं।
मंदसौर में ब्राह्मणी और लाल नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिसके कारण नीमच और कोटा के बीच का स्टेट हाईवे पर वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है। मंदसौर और नीमच में सारे नदी नाले उफान पर हैं। इसके अलावा मंदसौर शहर के में कई घरों में पानी घुस गया है। जिससे कई गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है ।
रविवार को श्योरपुर में भारी बारिश के कारण पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया । जिससे यहां का गांव से संपर्क कट गया ।
मंदसौर जिले में जिले में तेज बारिश के कारण इस रास्ते से गुजरने वाले सभी भारी वाहनों को रोक दिया गया है। भानपुरा के तहसीलदार ने बताया है कि रविवार में रात के समय पहाड़ के ढहने की खबर मिली है ।जिसके कारण बुलडोजर की मदद से रास्ते को साफ करवाया गया है। पहाड़ी इलाके में मलबा गिरने की आशंका बनी हुई है । जिससे इस रास्ते में भारी वाहनों के प्रवेश को फिलहाल रोक दिया गया है ।
कई बांधों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर:
गांधी सागर के नंबर तीन और आठ के रास्ते पर एक पुलिया क्षतिग्रस्त बताई गई है इसके अलावा गरोठ ब्लॉक के ग्राम बोलिया में एक स्कूली दीवार है जाने से बड़ा हादसा हो गया
नर्मदा पुरम में तवा डैम का जलस्तर बढ़ने से डैम के साथ गेट खोले गए हैं इसके अलावा जबलपुर के बरगी डैम और रायसेन के बारना डैम के भी गेट खोले गए हैं इसके अलावा सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोले गए हैं। मुरैना के पगारा गेट का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। जिससे डैम के 6 गेट ऑटोमेटिक खुल गए ।श्योरपुर के औदा डैम, रायसेन के दाहोद टैंक, गुना का गोपी कृष्ण सागर, ग्वालियर का हरसी डैम, ग्वालियर का काकेता डैम, मुरैना का कोतवाल टैंक और शिवपुरी के महुआ डैम समेत सभी का जल स्तर बहुत ऊपर पहुंच गया है ।
इधर मंडला और इंदौर में नदी नाले तूफान पर हैं ।जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। मंडला जिले और इंदौर के महू में लोग परेशान हो रहे हैं ।भारी बारिश के कारण नदी नाले पुल से ऊपर बह रहे हैं । सुबह बच्चे स्कूल पहुंचे जो वापस घर नहीं लौट पाए हैं। क्योंकि इन स्कूल को पार करने वाला हादसे का शिकार हो सकता है ।
जिसके कारण बच्चों को स्कूल में ही खाने पीने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई । करीब 150 बच्चे ऐसे हैं जो स्कूल में ही फंस गए हैं ।जब पानी का जलस्तर कम होगा, तब बच्चों को वापस घर भेजा जाएगा ।डिंडोरी और बालाघाट में लगातार 24 घंटे से बारिश हो रही है ।
कार सवार पानी के तेज बहाव में फबहा:
पहाड़ी क्षेत्र में बारिश से कई बार सड़क पर तेज बहाव से पानी एक साथ आ जाता है ।जिसकी वजह से पुल पार करते वक्त समय बहने का खतरा बन जाता है । ऐसे में ही एक युवक कार सहित पुल पार करते समय बह गया । ग्रामीणों की मदद से युवक को बाहर निकाला गया।
प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और हर संभव मदद की जा रही है।