
19 जुलाई 2025: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में एक बुजुर्ग से डिजिटल अरेस्ट कर मनी लांड्रिंग के केस का डर दिखाकर साइबर ठगों ने 45 लाख रुपए ठग लिए।
इन ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी बताया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी।
क्या है मामला:
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में जगदंबा कॉलोनी निवासी वीके कपूर जिनकी उम्र 79 वर्ष है, उन्हें मनी लांड्रिंग के केस का डर दिखाकर साइबर ठगों ने फोन कर वीडियो कॉल पर आने को कहा। वीडियो कॉल पर नहीं आने पर उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही गई।
वीडियो कॉल पर उन्हें बताया गया कि उनके मोबाइल नंबर और बैंक खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया है । उनके फोन से अश्लील कॉल भी किए गए हैं । बीके कपूर को डर दिखाकर मोबाइल कैमरा ऑफ नहीं करने के लिए तैयार कर लिया गया। फोन करने वालों ने कहा कि वह खुफिया विभाग से हैं।
दो दिन तक उन्हें फोन कैमरा ऑन रखकर उन पर मानसिक दबाव बनाया गया और उनके बैंक खाते से बड़ी रकम ट्रांसफर कर ली गई।
2 दिन में 45 लाख रकम ट्रांसफर कराई:
साइबर ठाकुर ने कपूर को दो दिन तक गिरफ्तारी का डर दिखाकर मानसिक दबाव बनाया। और 17 जुलाई को बीके कपूर ने एसबीआई की रिज रोड शाखा से अपने खाते से 45 लाख रुपए निकालकर आरोपियों के बताएं येस बैंक के खाते मैं ट्रांसफर कर दिए ।इसके बाद साइबर लोगों ने फोन उठाना बंद कर दिया।
कैसे बनाया दबाव:
बुजुर्ग को पहले डरा कर मोबाइल का कैमरा किसी भी हालत में ऑफ नहीं करने के लिए तैयार कर लिया गया। इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह खुफिया विभाग से हैं।
और फोन करने वाले ने कहा कि डीसीपी विजय खन्ना से बात करो। इसके बाद एक व्यक्ति जिसने बताया कि वह डीसीपी विजय खन्ना है। और बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग में फंसा कर उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हो चुका है।
कॉल करने वाले ने आरोप लगाया की उसके मोबाइल से अश्लील बातें की जाती हैं इसलिए उनका नंबर बंद किया जा रहा है ।विरोध करने पर उन्हें विजय खन्ना नाम के अधिकारी से बात करने के लिए कहा गया।
बुजुर्गों को पूरी तरह से मानसिक दबाव में लेने के बाद उनसे बैंक के अकाउंट और रखा जमा रकम के बारे में पूछताछ की । बैंक अकाउंट के नंबर नोट करते हुए 45 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए गए।
परिवार ने शिकायत दर्ज कराई:
यह घटना मंगलवार से गुरुवार के बीच 45 लख रुपए ट्रांसफर की है। आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद उन्हें समझ में आया कि उनके साथ साइबर ठगी हो चुकी है। इसके बाद परिवार को बताया गया और पुलिस में केस दर्ज कराया गया।
पुलिस का जनता से आग्रह-घबराएं नहीं सतर्क रहें:
पुलिस का जनता से आग्रह है कि किसी भी तरह के वीडियो कॉल या फोन यदि आए तो घबराएं नहीं। वीडियो कॉल करने के लिए कोई भी एजेंसी नहीं कहती ।यदि ऐसी घटना हो जाए तो साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।