
12 जुलाई 2025: सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो चुकी है। महाकाल की नगरी उज्जैन में इसकी तैयारियां जोर-शोर से हैं।
जानकारी के अनुसार सावन के हर सोमवार को महाकाल की परंपरागत सवारी निकलती है। इसे देखते हुए उज्जैन शहर में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल में हर सोमवार14 जुलाई से 11 अगस्त तक स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने सावन के महीने में महाकाल की परंपरागत सवारी को देखते हुए, उज्जैन शहर में सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में सोमवार की छुट्टी घोषित की है।
शहर के उज्जैन शहर के कलेक्टर ने शहर के सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में सोमवार की छुट्टी घोषित की है। उज्जैन कलेक्टर रोशन कुमार सिंह के आदेश के अनुसार 14 जुलाई से 11 अगस्त तक सावन के सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे। और उसकी भरपाई के लिए रविवार को स्कूल संचालित होंगे
अब इस आदेश पर राजनीति शुरू हो चुकी है।
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद में उज्जैन कलेक्टर के इस फैसले को असंवैधानिक बताया है।
वहीं भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने उज्जैन कलेक्टर के इस निर्णय को स्वागत योग्य कहते हुए महाकाल की आस्था से जोड़ा है।
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कहना है कि महाकाल की सवारी वर्षों से निकल रही है। यह जुलूस पहले भी परंपरागत तरीके से निकलता था। तो छुट्टी की क्या आवश्यकता है? एक दिन की छुट्टी देने से दूसरे समाज के लोग, दूसरे धर्म के लोग भी आवाज उठाएंगे। यह धर्म के हिसाब से सही फैसला नहीं है ।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का बयान !
इसके अलावा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस आदेश का समर्थन करते हुए इसे स्वीकार योग्य बताया। उन्होंने कहा सावन में महाकाल की पूजा का विशेष महत्व होता है। महाकाल की सवारी में दुनिया भर के लोग उज्जैन आते हैं। बच्चों को भीड़ और रास्ते में जाम से बचाने के लिए यह फैसला उचित और स्वागत योग्य है । इसके लिए मोहन यादव सरकार को धन्यवाद भी दे रहे हैं ।
कांग्रेस नेता आरिफ मसूद पर टिप्पणी करते हुए रामेश्वर शर्मा ने कहा की आरिफ मसूद महाकाल के इस आदेश का विरोध सिर्फ मुसलमान को , सोनिया गांधी को और इसके अलावा कांग्रेस के दूसरे नेताओं को खुश करने के लिए कह रहे हैं । महाकाल का विरोध करने वालों को जनता ही सही जवाब देगी।