
NEET UG 2025 के परीक्षार्थियों के मामले में MP हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने बड़ा फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई तक रिजल्ट न जारी करने का आदेश दिया है।
रिजल्ट स्थगित करने का कारण!
NEET-UG 2025 परीक्षा के दिन मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के करीब 11 परीक्षा केंद्रों पर बिजली गुल हो गई थी। इस समस्या ने न सिर्फ परीक्षार्थियों को प्रभावित किया, बल्कि परीक्षा केंद्रों की गंभीर लापरवाही को भी उजागर कर दिया। नीट अभ्यर्थियों को अंधेरे में परीक्षा देना पड़ा। ऐसे में कई परीक्षार्थियों को भी दिक्कतें हुई। इस मामले को लेकर एमपी हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई। जिसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अगले आदेश तक रिजल्ट न घोषित करने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने अगले आदेश तक लगाई रिजल्ट पर रोक!
गुरुवार 15 मई को एक याचिका पर सुनवाई हुई, जिसमें परीक्षा के दौरान बहुत सी अव्यवस्था और उम्मीदवारों के साथ अन्याय का मुद्दा उठाया गया था। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था की जिम्मेदारी है कि वह परीक्षा केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे। अब हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए एक परीक्षा के परिणामों पर रोक लगा दी है। और ये निर्देश दिया है कि अगली सुनवाई तक परिणाम घोषित नहीं किए जाएं। यह फैसला उन छात्रों के लिए राहत भरा है जिन्होंने परीक्षा में अव्यवस्था से परेशानियों का सामना किया था।
हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के दौरान नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने यह माना कि जिन केंद्रों पर परीक्षा के समय बिजली नहीं थी, वहां छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार हुआ। इससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं। परीक्षा में बिजली गुल हो जाना केवल एक तकनीकी चूक नहीं बल्कि हजारों छात्रों के भविष्य पर सीधा असर डालने वाला मसला है। कोर्ट ने NTA से यह भी पूछा कि ऐसी स्थिति में उसकी क्या तैयारी थी और इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
इन अव्यवस्थाओं को देखते हुए नीट यूजी के परिणामों पर रोक लगा दी गई है।