
मेरी बहू ने गर्व से सिर ऊंचा किया
बेलगावी, कर्नाटक: भारतीय सेना की वीरांगना कर्नल सोफिया कुरैशी ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत देश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस ऑपरेशन के बाद उनकी बहादुरी और नेतृत्व की चर्चा हर ओर हो रही है। इस मौके पर कर्नल सोफिया के ससुर, गौसाब बागेवाड़ी, भावुक हो उठे और अपनी बहू की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “मेरी बहू ने मुझे और पूरे गांव को गौरवान्वित किया है। गांववाले मेरे पास आकर बधाई दे रहे हैं, और मैं बहुत खुश हूं।”एक साहसिक कदम
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बेलगावी में मीडिया से बातचीत के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस ऑपरेशन को भारत की सामरिक ताकत और सेना की दृढ़ता का प्रतीक माना जा रहा है। कर्नल सोफिया ने इस मिशन में न केवल अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया, बल्कि भारतीय सेना की नारी शक्ति को भी नए आयाम दिए। उनके इस साहसिक कदम ने न सिर्फ देश को गर्व का अवसर दिया, बल्कि सीमाओं पर भारत की ताकत को भी दर्शाया।
ससुर का भावुक बयान
गौसाब बागेवाड़ी ने अपनी बहू की तारीफ करते हुए कहा, “सोफिया ने हमारा सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। वह न केवल हमारी बहू है, बल्कि देश की शान है। गांव में हर कोई उनके इस साहसिक कार्य की चर्चा कर रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि कर्नल सोफिया की इस उपलब्धि ने पूरे समुदाय को प्रेरित किया है। गौसाब ने आगे कहा, “पाकिस्तानी आतंकवादी कायरों की तरह पीछे से वार करते हैं, लेकिन हमारी सेना और मेरी बहू जैसे सैनिकों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है।”
परिवार की सैन्य परंपरा
कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार देश सेवा की मिसाल रहा है। उनके पिता, ताज मोहम्मद कुरैशी, ने भी इस मौके पर अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व जताया। उन्होंने कहा, “मेरे दादा, मेरे पिता और मैं, हम सभी सेना में रहे हैं। सोफिया ने हमारी इस परंपरा को और मजबूत किया है।” वहीं, सोफिया की मां, हलीमा कुरैशी, ने भावुक होते हुए कहा, “हमारी मां-बहनों का जो सिंदूर उजड़ा था, हमने उसका बदला ले लिया।”
देशभर में कर्नल सोफिया की चर्चा
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी की बहादुरी की कहानी सोशल मीडिया से लेकर समाचार चैनलों तक हर जगह छाई हुई है। उनके इस मिशन ने न केवल भारत की सैन्य ताकत को उजागर किया, बल्कि युवाओं, खासकर महिलाओं, के लिए एक प्रेरणा का काम किया है। देशभर से लोग उनकी इस उपलब्धि की सराहना कर रहे हैं और उन्हें ‘नारी शक्ति’ का प्रतीक मान रहे हैं।
गांव में खुशी का माहौल
बेलगावी के स्थानीय लोगों ने भी कर्नल सोफिया की इस उपलब्धि पर खुशी जताई है। गांव में उत्सव का माहौल है, और लोग गौसाब बागेवाड़ी के घर बधाई देने पहुंच रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “सोफिया ने हमें दिखाया कि अगर हौसला हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। वह हमारी बेटी है, और हम सबको उस पर गर्व है।”
एक प्रेरणा का प्रतीक
कर्नल सोफिया कुरैशी की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार और गांव को गौरवान्वित किया, बल्कि पूरे देश को एक नई प्रेरणा दी है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि नारी शक्ति किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए उन्होंने न सिर्फ दुश्मनों को सबक सिखाया, बल्कि देश की हर बेटी को यह संदेश दिया कि मेहनत, साहस और समर्पण से कोई भी सपना हकीकत में बदला जा सकता है।