
मंत्री ने दिए कार्रवाई के निर्देश
बिहार में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत पात्रता नियमों के उल्लंघन का मामला सामने आया है। कई ऐसे लोग, जिनके पास पहले से ही पक्के तीन मंजिला मकान हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस गंभीर अनियमितता को लेकर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कड़ा रुख अपनाया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने स्पष्ट किया कि योजना का लाभ केवल उन गरीब परिवारों को मिलना चाहिए, जो वास्तव में बेघर हैं या कच्चे मकानों में रह रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ अधिकारी और बिचौलिये पात्रता की अनदेखी कर गलत लोगों को लाभ पहुंचा रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी लाभार्थियों की सूची की गहन जांच की जाए और अनियमितता पाए जाने पर दोषी अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई हो। साथ ही, जिन लोगों ने गलत तरीके से लाभ लिया है, उनके खिलाफ भी रिकवरी और कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, ग्रामीण विकास विभाग ने 422 ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर्स (BDO) को नई सरकारी गाड़ियां आवंटित की हैं। यह कदम अधिकारियों की कार्यक्षमता बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उठाया गया है। इन गाड़ियों का उपयोग PMAY सहित अन्य कल्याणकारी स्कीमों की निगरानी और निरीक्षण के लिए किया जाएगा।
यह मामला बिहार में PMAY के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को उजागर करता है। सरकार ने अब तक लाखों गरीब परिवारों को इस योजना के तहत पक्के मकान उपलब्ध कराए हैं, लेकिन इस तरह की गड़बड़ियां योजना की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती हैं। जांच के बाद स्थिति और स्पष्ट होने की उम्मीद है।