
घर में घुसकर मारूंगा, पायलट लाइसेंस है तैयार
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच बिहार के पूर्व मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने सनसनीखेज बयान देकर सबको चौंका दिया। तेज प्रताप ने 8 मई 2025 को ऐलान किया कि वह देश की रक्षा के लिए सीमा पर जाकर पाकिस्तान को ‘घर में घुसकर सबक सिखाने’ को तैयार हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने पायलट लाइसेंस का ‘सबूत’ शेयर कर सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की है। आइए, इस खबर के हर पहलू को विस्तार से जानते हैं।
तेज प्रताप का बयान: देश के लिए जान देने को तैयार
पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेज प्रताप यादव ने कहा, “अगर मेरी पायलट ट्रेनिंग और लाइसेंस देश के काम आ सके, तो मैं हाजिर हूं। जरूरत पड़े तो मैं सीमा पर जाकर पाकिस्तान को घर में घुसकर मारूंगा। मेरी जान चली जाए, तो मैं खुद को भाग्यशाली समझूंगा।” उन्होंने अपने इंस्टाग्राम और X अकाउंट पर अपने पायलट लाइसेंस की तस्वीर शेयर की, जिसमें उनकी पायलट ट्रेनिंग का प्रमाण दिखाई देता है। तेज प्रताप ने यह भी कहा, “जब दूसरी पार्टियों के नेता सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं, मैं देश के लिए कुछ करने को तैयार हूं।” इस बयान ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश में हलचल मचा दी है।
पायलट लाइसेंस का ‘सबूत’
तेज प्रताप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में एक तस्वीर शेयर की, जिसमें उनका पायलट लाइसेंस साफ दिखाई देता है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, “मेरा लाइसेंस तैयार है, देश की सेवा के लिए मैं तैयार हूं। जय हिंद!” सूत्रों के अनुसार, तेज प्रताप ने कुछ साल पहले प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL) के लिए ट्रेनिंग ली थी, जो छोटे विमानों को उड़ाने के लिए होता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी ट्रेनिंग सैन्य विमानों के लिए उपयुक्त है या नहीं। फिर भी, उनके इस कदम ने उनके समर्थकों में जोश भर दिया है, जबकि विपक्षी नेताओं ने इसे ‘पब्लिसिटी स्टंट’ करार दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक तनाव
तेज प्रताप का यह बयान भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आया है, जिसमें भारतीय सेना ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को मजबूत किया, लेकिन इसने पाकिस्तान को बौखला दिया। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LOC) पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने भी करारा जवाब दिया। इस तनावपूर्ण माहौल में तेज प्रताप का बयान एक राजनीतिक और भावनात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
सियासी हलचल: समर्थन और आलोचना
तेज प्रताप के बयान पर बिहार और देशभर में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। राजद समर्थकों ने इसे ‘देशभक्ति की मिसाल’ बताया है। एक समर्थक ने X पर लिखा, “तेज प्रताप ने दिखा दिया कि राजद सिर्फ राजनीति नहीं, देश की रक्षा के लिए भी तैयार है।” वहीं, बीजेपी और जदयू नेताओं ने इसे ‘नौटंकी’ करार दिया। बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, “पायलट लाइसेंस दिखाकर कोई सैनिक नहीं बन जाता। तेज प्रताप पहले बिहार में अपनी जिम्मेदारियां निभाएं।” कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर तटस्थ रुख अपनाया, लेकिन पार्टी के एक नेता ने निजी बातचीत में कहा कि यह बयान युवाओं में देशभक्ति का जोश जगा सकता है।
सोशल मीडिया पर तूफान
तेज प्रताप के बयान और उनके पायलट लाइसेंस की तस्वीर ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। X पर #TejPratapYadav और #AirStrike जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। एक यूजर ने लिखा, “तेज प्रताप का यह जज्बा काबिल-ए-तारीफ है। नेताओं को सिर्फ बयान नहीं, एक्शन लेना चाहिए।” वहीं, कुछ यूजर्स ने मजाक उड़ाते हुए लिखा, “तेज भैया, पहले बिहार में ट्रैफिक जाम तो ठीक कर लो, फिर पाकिस्तान जाओ।” मीम्स और जोक्स की बाढ़ आ गई, जिसमें तेज प्रताप को ‘फाइटर पायलट’ के रूप में दिखाया गया। इसने उनके बयान को और ज्यादा वायरल कर दिया।
तेज प्रताप का राजनीतिक सफर
तेज प्रताप यादव, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे, बिहार की सियासत में एक चर्चित चेहरा हैं। वह हसनपुर से विधायक हैं और पूर्व में बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। हालांकि, उनके बयानों और फैसलों को लेकर अक्सर विवाद भी रहे हैं। इस बार उनके इस बयान ने उन्हें एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान राजद की युवा छवि को मजबूत करने और राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचने की रणनीति हो सकती है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: चुप्पी
तेज प्रताप के बयान पर पाकिस्तान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पर तनाव को प्रमुखता से कवर किया है। कुछ पाकिस्तानी पत्रकारों ने तेज प्रताप के बयान को ‘भारतीय नेताओं की आक्रामक बयानबाजी’ का हिस्सा बताया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।
निष्कर्ष: देशभक्ति या सियासी दांव?
तेज प्रताप यादव का यह बयान भारत-पाक तनाव के बीच एक नया रंग लाया है। जहां एक ओर उनके समर्थक इसे देशभक्ति और साहस का प्रतीक मान रहे हैं, वहीं आलोचक इसे महज एक राजनीतिक दांव बता रहे हैं। उनका पायलट लाइसेंस और ‘घर में घुसकर मारने’ वाला बयान निश्चित रूप से चर्चा का विषय बना हुआ है। यह बयान कितना व्यावहारिक है, यह तो समय बताएगा, लेकिन इसने युवाओं में देशभक्ति का जोश जरूर जगाया है। जैसे-जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति विकसित हो रही है, तेज प्रताप का यह बयान सियासत और सोशल मीडिया पर लंबे समय तक गूंजता रहेगा।