
30 जुलाई 2025: प्रदेश में लगातार बारिश होने से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बारिश के साथ मौसम लगातार बदलता रहता है। जिसके कारण सर्दी ,जुकाम, वायरल फीवर के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं ।और अस्पतालों में इन्हीं मरीजों की भीड़ लग रही है। इसके अलावा जल भराव वाले इलाकों में एलर्जी और त्वचा रोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।
शहर में जेपी अस्पताल हमीदिया और एम्स अस्पताल में सर्दी ,जुखाम ,बुखार, वायरल इंफेक्शन, फंगल इन्फेक्शन, फूड प्वाइजनिंग, उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अन्य दिनों के मुकाबले ओपीडी में 20% तक मरीजों की भीड़ बढ़ गई है।
जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर राकेश श्रीवास्तव ने बताया, मौसम में बदलाव के कारण वायरल इंफेक्शन के मामले बढ़े हैं ।हर रोज बड़ी संख्या में सर्दी जुखाम बुखार और पेट संबंधी परेशानी वाले मरीज लगातार आ रहे हैं।
बच्चों में भी वायरल फीवर के केस ज्यादा है इसके कारण गले में दर्द ,सूजन ,कमजोरी ,सांस लेने में तकलीफ ,जैसी शिकायतों वाले मरीज बढ़े हैं।
यह बुखार करीब 7 से 10 दिन तक बना रहता है।
इसके अलावा अस्पताल में त्वचा संबंधी, एलर्जी ,उल्टी दस्त ,फूड प्वाइजनिंग, टाइफाइड के केस भी लगातार बढ़ रहे हैं ।डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
बारिश के बाद गड्ढो में पानी जमा हो जाता है। इस जमा हुए पानी में मच्छर पनपते हैं। तापमान में उतार-चढ़ाव होता है। जिससे वायरल संक्रमण फैलता है। नमी और गंदगी से फंगल और बैक्टीरिया इन्फेक्शन के मामले बढ़ जाते हैं ।दूषित पानी और भोजन से पेट संबंधी बीमारियां फैल रही है।
डॉक्टरों की सलाह :
डॉक्टर की सलाह है कि घर के आसपास पानी न जमा होने दें। साफ सफाई का ध्यान रखें। बाहर के खान-पान से बचें ।पानी उबाल कर पिए। बासा भोजन न खाएं ,हल्का और सुपाच्य भोजन ही लें ।
और रोग के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
मानसून संबंधी बीमारियों से बचने के लिए क्या करें :
•साफ सफाई से रहें ।
•हाथों को बार-बार धोएं ।
•बीमार लोगों से दूरी बनाकर रखें।
•घर के आसपास और वातावरण को भी साफ-सुथरा रखें ।
•बाहर के खान-पान से बचें ।
•मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। •खुले में रखा हुआ खाना इस्तेमाल न करें ।
•आर ओ का पानी पिए या पानी उबाल कर पिए।